देहरादून: उत्तराखंड में मैट्रिक और इंटर-मीडिएट की परीक्षा में 1 या 2 विषयों में फेल होने वाले विद्यार्थियों को सरकार पास होने का मौका देने जा रही है. दरअसल, उत्तराखंड बोर्ड बैक पेपर की सुविधा देने जा रही है. बता दें कि जो विद्यार्थी सिर्फ 2 विषयों में फैल होंगे. केवल, वहीं बैक पेपर की परीक्षा दे सकते है. बुधवार को होने वाली केबिनेट में सरकार एजुकेशन डिपार्टमेंट के इस प्रस्ताव पर मुहर लगा सकती है. इस साल बोर्ड परीक्षा में 48 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं फेल हुए हैं.
दरअसल, सीबीएसई के तर्ज पर अब उत्तराखण्ड बोर्ड भी बोर्ड स्टूडेंट्स को एक और मौका देने की तैयारी में है, जिसमें स्टूडेंट्स का एक साल खराब होने से बच सकता है. अभी तक बोर्ड स्टूडेंट्स को 2 सब्जेक्ट में फेल होने पर 8 नंबर का ग्रेस (कृपांक) दिया है, लेकिन अब फेल होने पर दोबारा पेपर देने का मौका देने की तैयारी है.
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नियमानुसार, बोर्ड परीक्षा अप्रैल में समाप्त हो जाती है और मई में रिजल्ट घोषित हो जाता है. परीक्षाफल घोषित के बाद जून में बैक पेपर के लिए विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे और बोर्ड की ओर से अगस्त महीने में बैक पेपर कराया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेश करने में किसी भी तरह से समस्याओं का सामना ना करना पड़े. सरकार का मानना है कि 10वीं या 12वीं में फेल होने के बाद कई छात्र-छात्राएं पढ़ाई छोड़ रहे हैं. शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के मुताबिक, सरकार 10वीं और 12वीं में फेल छात्र-छात्राओं को पास होने का मौका देना चाहती है.
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Tags: 10th-12th students, Education Policy, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : May 03, 2023, 13:07 IST