उत्तराखंड के विद्यालयों में अब ‘अपणो स्कूल, अपणू प्रमाण’.
उत्तराखंड में स्कूलों में मिलेंगे निवास, आय व जाति प्रमाणपत्र.
देहरादून. उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने गुड गवर्नेंस की बड़ी पहल की है. नये निर्देश के अनुसार, ‘अपणो स्कूल, अपणु प्रमाण’ के तहत अब प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को इन प्रमाणपत्रों के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. उत्तराखंड में 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हजारों छात्र-छात्राओं को स्थायी निवास, जाति और अन्य आवश्यक प्रमाण पत्र विद्यालयों में ही उपलब्ध कराए जाएंगे.
उत्तराखंड सीएम के सचिव श्री शैलेश बगोली के जारी नए निर्देश के अनुसार, जिले में जिलाधिकारी और तहसील में उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समितियां निर्धारित टाइम फ्रेम में प्रमाण पत्र निर्गत करने की कार्ययोजना बनाएंगी. दो महीने के भीतर ये प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने होंगे. सूचना प्रौद्योगिकी व सुराज सचिव शैलेश बगोली ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य शिक्षाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकारी कामकाज और जन सेवाओं में सरलीकरण से समाधान पर विशेष बल दे रहे हैं. उनके निर्देश पर ‘अपणो स्कूल, अपणु प्रमाण’ के रूप में यह कदम उठाया गया है. जिले से लेकर तहसील स्तर पर स्थायी निवास, चरित्र, आय, पर्वतीय प्रमाण पत्र एवं अन्य प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं को देखते हुए उन्हें विद्यालयों में ही तमाम प्रमाण पत्र उपलब्ध हो जाएं.
