एंटी ड्रग कैंपेन चला रहे देहरादून के ये युवा, स्कूली बच्चों को कर रहे हैं जागरूक


देहरादून. आज के दौर में युवा पीढ़ी नशे के दलदल में डूबती जा रही है. वहीं नशा तस्करों का नेटवर्क भी फैलता जा रहा है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी युवा पीढ़ी नशे की आदि हो गई है, ऐसे में देहरादून के क़ई देवभूमि से युवा नशे को खत्म करने के लिए एंटी ड्रग कैंपेन चला रहे हैं. ये युवा योग, इंजीनियरिंग और बिजनेस सेक्टर से जुड़े हुए हैं. ये युवा स्कूलों में इस अभियान के तहत बच्चों को जागरूक करते हैं.

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के समाजसेवी और देवभूमि युवा संगठन के अध्यक्ष आशीष नौटियाल ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य बड़े संघर्षों के बाद मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम आएगी लेकिन वर्तमान में हम देखते हैं कि पहाड़ की जवानी नशे के अंधेरे में डूबती जा रही है और उनका खून पानी हो चुका है. पहाड़ के युवाओं में वीरता हुआ करती थी आज भी पहाड़ से ही सरहदों पर लड़ने के लिए सैनिक के रूप में युवा जा रहे हैं लेकिन शेष युवा गलत रास्ते पर भटकते जा रहें हैं. उन्होंने कहा कि हमने साल 2018 में देवभूमि युवा संगठन के नाम से युवाओं का यह समूह बनाया था ताकि हम भू कानून और मूल निवास के लिए लड़ सकें लेकिन अब सबसे पहले जरूरी है देवभूमि के युवाओं को बचाना क्योंकि जब यहां की युवा पीढ़ी बची रहेगी तभी हमारा प्रदेश और देश बचा रहेगा. इसीलिए हमने ‘एंटी ड्रग कैंपेन’ की शुरुआत की. इसके तहत हम स्कूलों में जाते हैं और बच्चों को नशे के नुकसानों के बारे में जानकारी देते हैं. अब तक हमने लगभग 20 स्कूलों को कवर किया है. डॉ मुकुल शर्मा के सहयोग से हम इस अभियान को वृहद स्तर पर चलाने की शुरुआत करेंगे.

टेंशन दूर करने के लिए ड्रग के आदि हो रहे युवा

इस अभियान से जुड़े इंजीनियर प्रशांत ने बताया कि उन्होंने कॉलेज के दौरान देखा था कि इंजीनियर के स्टूडेंट्स पर पहले पढ़ाई का प्रेशर होता है और लास्ट ईयर में प्लेसमेंट की फिक्र करते हैं लेकिन उन्हें नौकरी न मिलने पर उनके दिमाग में बहुत ज्यादा टेंशन होती है जिसे दूर करने के लिए नशे का सहारा स्टूडेंट्स लेते हैं, उन्होंने ऐसा देखा था लेकिन अब स्कूलों के छात्र भी इस ओर जा रहे हैं और दूसरे राज्यों से आने वाले नशे के आदि हो गए हैं. इसलिए हमने इस तरह के अभियान से जुड़कर लोगों को इस दलदल से निकालने की मुहिम शुरू की जिसमें हम देख रहें हैं कि कुछ युवा खुद नशे को छोड़कर हमारे साथ इस अभियान में शामिल हो चुके हैं.

गौरतलब है कि धामी सरकार भी युवाओं को नशे से दूर करने के लिए कई तरह के जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाती रही है. सूबे के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने राज्य को नशा मुक्त करने के लिए ड्रग फ्री देवभूमि मिशन 2025 शुरू किया था, जिसके तहत एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स को एडवांस टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट्स से लैस कर उसे मजबूत बनाया जाएगा.

FIRST PUBLISHED : September 15, 2024, 15:31 IST

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