गाजा के नुसीरत रिफ्यूजी कैंप पर इजरायल ने बड़ा हमला किया है, जिसमें 20 लोगों की मौत हो गई है. आईडीएफ ने सोशल मीडिया पर इस हमले की पुष्टि की है. गाजा पर इजरायली हमले में कुछ बच्चों की मौत भी हुई है. एक स्कूल में बने शरणार्थी शिविर को निशाना बनाया गया. इस हमले में कई लोग घायल हुए हैं. सभी अस्पताल में हैं. अभी एक हफ़्ते पहले ही इज़रायली सेना ने जबालिया पर भी हमला किया था. सेना का दावा है कि उसने हमास को फिर से संगठित होने से रोकने के लिए हमला किया था.
बता दें कि रविवार को फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारियों ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि इजरायली सेना ने बुरेज शरणार्थी शिविर के बाहरी इलाकों और मध्य गाजा में डेर अल-बलाह को भी निशाना बनाया था. चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, फायरिंग में सात लोग मारे गए थे. उन्हें डेर अल-बलाह स्थित अल-अक्सा अस्पताल भेज दिया गया.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एक अन्य घटना में नुसीरात शरणार्थी शिविर में एक आवासीय घर पर इजरायली गोलाबारी में एक ही परिवार के आठ लोग भी मारे गए. इस बीच, गाजा के नागरिक सुरक्षा प्राधिकरण ने कहा कि उनकी टीमों ने तीन शव बरामद किए हैं और जबालिया के फालुजा क्षेत्र में घरों में फंसे सात अन्य लोगों को निकाला गया.
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने रविवार को कहा कि उसकी सेना ने पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी में अभियान के दौरान लगभग 40 ठिकानों पर हमला किया, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए. बता दें कि हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इजरायल पर अचानक हमला किया था. इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था. इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर हमले शुरू किए.
गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि युद्ध के बाद से अब तक इजरायली हवाई हमलों में फिलिस्तीनी लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 42,227 हो गया है. रविवार को ही फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन के कैदी मामलों के प्राधिकरण और फिलिस्तीनी कैदी क्लब ने इजरायल के सोरोका अस्पताल में बेथलेहम के कैदी मोहम्मद मूसा (37) की मौत का ऐलान किया. (इनपुट भाषा से भी)