घर में मिला डेंगू का लार्वा तो होगी सख्त कार्रवाई...


देहरादून : डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने कमान संभाल ली है. जिलाधिकारी सविन बंसल ने साफ चेतावनी दी है कि अगर किसी घर, दुकान, होटल, रिसॉर्ट, सार्वजनिक स्थल या किसी भी परिसर में पानी जमा मिला, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ तुरंत चालान की कार्रवाई की जाएगी. यह सख्ती डेंगू के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनज़र बरती जा रही है.

डेंगू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी ने दून नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग सहित कई विभागों को मिलकर काम करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर सर्वे, स्कूल परिसरों की नियमित सफाई और व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाना आवश्यक है.

होटल-रिसॉर्ट में होगी विशेष जांच
प्रशासन का ध्यान अब होटल, रिसॉर्ट, धर्मशालाओं और सार्वजनिक स्थलों पर भी है. डीएम ने स्पष्ट कहा कि स्विमिंग पूल, रूम कूलर, सजावटी फाउंटेन, गुलदस्ते और सेंट्रल एसी प्लांट्स की नियमित सफाई की जाए. खासतौर पर रिहायशी इलाकों में छतों पर पड़े पुराने टायर और प्लास्टिक शीट में पानी न जमा होने दिया जाए.

तीन नए मरीज, आंकड़ा पहुंचा 37
डेंगू के ताज़ा अपडेट की बात करें तो 30 अप्रैल को प्रदेश में 3 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से एक मरीज देहरादून के नत्थनपुर क्षेत्र का है जबकि दो मरीज हरिद्वार से हैं. तीनों का इलाज श्रीमहंत इन्दिरेश अस्पताल में चल रहा है. अब तक प्रदेश में डेंगू के कुल 37 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 25 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि 12 अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.

डेंगू टेस्ट के रेट तय 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा ने जनता को जागरूक करते हुए कहा कि सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, खुजली और थकान शामिल हैं.  गौरतलब है कि डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर पहले ही प्रशासन ने टेस्ट लैब के दरों को निर्धारित किया हुआ है, जिससे तीमारदारों की जेब ढीली न हो। इसके अलावा, पिछले हफ्ते देहरादून नगर निगम ने फॉगिंग और मच्छरों से जुड़ी शिकायतों के समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 18001804571 जारी किया था.

2023 में 13 लोगों की हुई थी मौत
पिछले वर्षों में आंकड़ों पर नज़र उत्तराखंड में डेंगू के मामलों में हाल के वर्षों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. साल 2024 में प्रदेश में डेंगू के 37 मामले सामने आए हैं. हालांकि किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई थी. 2023 की बात करें तो डेंगू के 1,201 मामले दर्ज किए गए थे. इस दौरान 13 मरीजों की जान भी गई थी, जिससे स्थिति चिंताजनक हो गई थी.

2022 में 1434 लोग हुए थे शिकार
वहीं 2022 में यह संख्या और भी अधिक रही थी. उस साल कुल 1,434 लोग डेंगू की चपेट में आए थे. साल 2021 की स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर रही, जब केवल 126 मामले सामने आए. लेकिन साल 2019 में डेंगू का सबसे बड़ा प्रकोप देखने को मिला था. उस समय प्रदेशभर में 4,991 लोग संक्रमित हुए थे और 6 मरीजों की मौत भी हो गई थी. लेकिन 2025 में अप्रैल माह के अंत तक ही अबतक 37 मरीज़ों की पुष्टि हुई है.

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