चेन्नई:
Chennai Rain: तमिलनाडु और चेन्नई के कई अन्य इलाकों और उससे सटे पुडुचेरी में कल मंगलवार को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने इन इलाकों के लिए बारिश और जलभराव का आज सोमवार को अलर्ट जारी किया है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
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चेन्नई और चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों के उपनगरों में शनिवार सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. 2015 की बाढ़ के बाद हाल के वर्षों में शनिवार रात सबसे ज्यादा बारिश हुई. भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव देखने को मिला.
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मौसम कार्यालय ने आज चेन्नई, वेल्लोर, नागपट्टिनम, कराईकल सहित तमिलनाडु के 14 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है.
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चेन्नई कॉरपोरेशन ने जमा पानी को हटाने के लिए 500 जगहों पर पंप सेट लगाए हैं. इसके अलावा 1,00,000 भोजन के पैकेट भी वितरित किए गए. शहर में खाना, आश्रय और चिकित्सा देखभाल प्रदान करने वाले राहत शिविर खोले गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि रविवार दोपहर से अब तक प्रभावित क्षेत्रों में 2,02,350 लोगों को खाना उपलब्ध कराया जा चुका है.
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ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के आयुक्त गगनदीप सिंह बेदी ने एनडीटीवी से कहा, “हमने नालों में जमा मलबा साफ कर दिया है, जिससे पानी तेजी से घट रहा है. 21 सेंटीमीटर बारिश एक चुनौती है और ऐसे हालात में ड्रेनेज सिस्टम चरमरा गया है.” अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना से पहले निगम ने बचाव के लिए नावों को तैनात किया है.
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रेनकोट पहने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन राहत सामग्री बांटते नजर आए. सीएम स्टालिन ने भारी बारिश के कारण चेन्नई, तिरुवल्लूर, चेंगलपेट और कांचीपुरम जिलों के स्कूलों में दो दिन की छुट्टी की घोषणा की है. वह बारिश से प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा करेंगे और प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित करेंगे. बिगड़े मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपील की है कि चेन्नई लौटने वालों को अपनी यात्रा टाल देनी चाहिए.
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एक मौसम अधिकारी ने कहा कि अक्टूबर में पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत के बाद से, तमिलनाडु और पुडुचेरी क्षेत्रों में लगभग 43 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है.
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लोग आवश्यक वस्तुओं को खरीदने के लिए आस-पास की दुकानों तक पहुंचने के लिए टखनों के गहरे पानी से जाते हुए देखे गए. तमिलनाडु के निचले स्तर के पुल कई उपनगरीय क्षेत्रों में जलमग्न हो गए. इन पुलों को तमिल में ‘थराइपालम’ के नाम से भी जाना जाता है.
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राज्य सरकार के अनुरोध पर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने बचाव कार्यों में सहायता के लिए चार टीमों को तैनात किया है.
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चेन्नई के आसपास की झीलों में जलस्तर बढ़ने के बाद चेम्बरमबक्कम झील से पानी छोड़ा जा रहा है. 85.4 फीट ऊंची इस झील में अब 82.35 फीट तक पानी है. 2015 में, भारी वर्षा के बीच चेम्बरमबक्कम झील से अचानक अत्यधिक पानी छोड़े जाने के कारण चेन्नई में बाढ़ आ गई थी.
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अधिकारियों का कहना है कि इस बार जमीनी स्तर पर अधिकारियों को पानी की क्रमिक रिहाई सुनिश्चित करने और 2015 की तरह अचानक अत्यधिक पानी छोड़ने से बचने के लिए स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है. 2015 में 4 लाख घरों में पानी भर गया था.