छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 13 घंटे की चर्चा के बाद गिरा

छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ विपक्ष का पहला अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से सदन में अस्वीकृत हो गया

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में विपक्ष का पहला अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से सदन में अस्वीकृत हो गया. भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर 84 बिंदुओं पर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. 13 घंटे 15 मिनट तक चली बहस में पक्ष, विपक्ष की ओर से 20 विधायकों ने अपनी बात रखी. अविश्वास प्रस्ताव ने विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की, लेकिन सत्ता पक्ष ने मजबूती से जवाब दिया, जिस पर जमकर हंगामा हुआ और  सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित करना पड़ा.

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अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का स्लोगन लेकर चल रही है. हम पर कर्ज लेने की बात कही जाती है, लेकिन हमने किसानों, राज्य के लोगों का भला करने के लिए कर्ज लिया. हम व्यक्ति को केंद्र में रखकर योजना बना रहे हैं, स्वास्थ्य , शिक्षा , रोज़गार , सुपोषण को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं. दो वर्ष कोरोना के बावजूद शिक्षा, रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराए. हर घर को नल से जल देने की योजना है. हम पहले जल की व्यवस्था कर रहे हैं. नरवा प्रोजेक्ट के जरिए जल संरक्षण कर रहे हैं ताकि सतही जल का उपयोग हो सके. हमने हाट बाजार क्लिनिक योजना शुरू की और शहर में स्लम स्वास्थ्य योजना बनाई. शिक्षा में गुणवत्ता के लिए आत्मानंद स्कूल खोले. आज पूरे प्रदेश में आत्मानंद स्कूल की मांग है. हमारी सरकार विकास, विश्वास और सुरक्षा के मूल मंत्र पर काम कर रही है.

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सीएम ने सदन में कहा कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान 27 विधानसभा का दौरा किया है. आदिवासी क्षेत्रों में  बैंक की मांग है, क्योंकि आम जनता के पास पैसा पहुंचा है. आदिवासी अंचल समूह की महिलाएं सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रख रही हैं, काम भी मिल रहा है और सम्मान भी मिल रहा है. सीएम बघेल ने कहा कि नक्सली अब पलायन कर रहे हैं. नक्सली 14 ज़िले में थे.. नक्सल समस्या हमको विरासत में मिली थी. हमने कहा हम किसानों का पूरा धान ख़रीदेंगे चाहे केंद्र से राशि मिले या न मिले. केंद्र सरकार राशि दे या नहीं दे. चावल खरीदे या नहीं खरीदे, हम किसानों से धान समर्थन मूल्य में खरीदेंगे. हमने जो वादा किया वह निभाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने छत्तीसगढ़िया का आत्मबल बढ़ाया है. 15 वर्ष तक प्रदेश में भाजपा की सरकार ही लेकिन यह लोग राज्य की आत्मा नहीं समझ पाए. छत्तीसगढ़ को लेकर पुरुषों ने क्या सपना देखा था, वह नहीं देख पाए, हम उनके सपनों को साकार कर रहे हैं.

नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने सरकार को सभी मोर्चे पर असफल बताया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज जो कोई सरकार के खिलाफ आवाज उठाए उस पर कार्रवाई की जाती है. आम जनता, विधायक हो या पत्रकार सभी के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. कोल वाशरियों पर छापे की कार्रवाई की गई. ये कार्रवाई वसूली के लिए की गई. हम बापू के रास्ते पर चल रहे हैं, लेकिन कांग्रेस भटक गई है. सरकार मॉडल गौठान की सूची बताने की स्थिति में नहीं है, जिसे हम जाकर देख सकें. राज्य में रोड की खस्ताहालत है जिस पर हाईकोर्ट को फटकार भी लगानी पड़ी.

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