देहरादून. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में साइकिल का क्रेज बहुत पुराना है. पुराने जमाने में दून में साइकिल ही यातायात का जरिया था. साइकिल का आम आदमी से रोजमर्रा का जुड़ाव था. राज्य गठन के बाद इसमें लगातार गिरावट देखी गई लेकिन कोरोना काल के बाद साइकिल की मांग में भारी उछाल देखने को मिला. यहां तीन दर्जन से अधिक साइकिल एसोसिएशन हैं. राजधानी के आउटर इलाकों में आज भी अधिकांश लोग साइकिल का यूज करते हैं. कई लोग शौकिया तो कई व्यावसायिक तौर पर साइकिल का उपयोग करते हैं. स्कूली बच्चों में साइकिलिंग का जोश पहले की तरह ही बरकरार है. साइकिल के प्रति लोगों को रुझान बढ़ रहा है. आए दिन साइकिल की डिमांड बढ़ती जा रही है. युवा साइकिल के प्रति आकर्षित हो रहे हैं. दून में महंगी साइकिलें रखने के शौकीनों की तादाद तेजी से बढ़ रही है. लोग साइकिलिंग कर सेहत के प्रति जागरूक हो रहे हैं. महंगी साइकिलों की बात करें, तो गेयर और शॉकर वाली साइकिल की कीमत करीब 15 हजार रुपये से शुरू हो जाती है. वहीं ब्रांड के हिसाब से इसके पैसे बढ़ते चले जाते हैं. देहरादून के बाजारों में 9 लाख रुपये तक की साइकिलें भी उपलब्ध हैं.
देहरादून के साइकिल विक्रेता नीरज भंडारी ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना काल में लोग हेल्थ को लेकर अवेयर हुए और साइकिलिंग को बढ़ावा मिला. जिसके बाद साइकिल इंडस्ट्री को भी मुनाफा हुआ. लोग पहले यातायात के साधन के रूप में मजबूरी में साइकिल लेते थे लेकिन आज यह शौक बन गया है. कई लोग साइकिलिंग को करियर के रूप में भी चुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड के बाद से लेकर आज भी साइकिल का क्रेज बहुत है. प्रोफेशनल साइकिलिस्ट बनने के लिए अब लोग सुविधाओं से लैस और गुड लुक्स के चलते महंगी साइकिलों की ओर जा रहे हैं. आज लोग अपनी फिटनेस को लेकर बेहद जागरूक हो रहे हैं. वजन घटाने से लेकर हार्ट डिजीज के बचाव तक के चलते लोग साइकिलिंग करना पसंद करते हैं. उन्होंने अब तक 5 लाख रुपये तक साइकिल बेची है और उनके पास 9 लाख रुपये तक की प्रीमियम साइकिलें हैं. विदेश में साइकलिंग कल्चर बहुत आगे है, तभी वहां लाखों की साइकिल सड़कों पर दिखना आम है लेकिन अब भारत में भी यह चलन आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि देहरादून में गेयर बाइसिकल की डिमांड ज्यादा है.
साइकिलिस्ट के लिए बनेंगे ट्रेक
बता दें कि प्रदेश में समय-समय पर राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर की साइकिल मैराथन भी आयोजित करवाई जाती हैं. वहीं उत्तराखंड सरकार बढ़ती गाड़ी की संख्याओं के बीच साइकिल चालकों के लिए अलग से ट्रेक बनाने की तैयारी कर रही है. दरअसल मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण यानी एमडीडीए राजधानी में साइकिलिंग करने वाले लोगों के लिए अलग-अलग स्पॉट पर 10 साइकिल ट्रेक बनाएगी.
FIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 13:58 IST