जयपुर। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब बेटियों की सुरक्षा के साथ बेहतर पढ़ाई की जाएगी। जिससे की प्रदेश की बेटिया पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करते हुए स्कूलों में पढ़ सकेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी नियमित रूप से तैयारियां करने में लगी हुई है। वहीं छात्राओं के साथ आए दिन होने वाली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए विभाग सुरक्षा के साथ पढ़ाई करवाने पर फोकस कर रहा है।
मिलेगी पूरी जानकारी अप टू डेट
शिक्षा विभाग अपने स्कूलों का पूरा डेटा अप टू डेट रखने के लिए नियमित रूप से प्रयास कर रहा है। राज्य के सभी राजकीय विद्यालयों के ऑनलाइन डेटा नियमित अपडेट हो, इसको लेकर अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी करते रहते है। विभाग ने जिला अधिकारियों को जिलों में अवसंरचना से संबंधित तथा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बालिका विद्यालयों से आवश्यक कार्यों के प्रस्ताव अविलम्ब भेजने के निर्देश दिए।
फैक्ट फाइल
– प्रदेश में 69 हजार सरकारी स्कूलों में करीब 90 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत हंै।
– स्कूल शिक्षा विभाग में 4,05,633 कार्मिक कार्यरत। 30 फीसदी महिला यानी सवा लाख है।
– प्रतिबंधित जिलों में 70 हजार से ज्यादा थर्ड ग्रेड शिक्षक है।
– प्रदेश में 2 लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षक है।
राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में बेटियों की सुरक्षा में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है। साथ ही राजकीय विद्यालयों के ऑनलाइन डेटा नियमित अपडेट किए जाएंगे, जिससे की बच्चों की पूरी जानकारी सभी के सामने होगी।’
-अविचल चतुर्वेदी, आयुक्त, स्कूल शिक्षा परिषद्, राजस्थान
यह दिए निर्देश
विभाग ने जिले के अधिकारियों से शाला दर्पण पर सूचनाओं के और आॅनलाइन डेटा के अपडेशन के निर्देश दिए। साथ ही साथ जिलावार राजकीय विद्यालयों में मूलभूत आवश्यकताओं यथा लैब, स्मार्ट क्लास आदि की सूची प्रेषित करने और कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का भौतिक निरीक्षण सुनिश्चित करने व बालिकाओं की सुरक्षा में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। वहीं एपी एएआरआईडी और यूडाईस डेटा अपडेशन के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं जल्द से जल्द पूरी करने होंगे।