जयपुर। परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 की पूर्व तैयारियों को लेकर डॉ. राधाकृष्णन शिक्षा संकुल में गुरुवार को बैठक आयोजित हुई। इसमें राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में आगामी सर्वेक्षण के लिए सभी विद्यालयों की तैयारियों का गहन मूल्यांकन किया गया और राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर लाने की योजना बनाई गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी ने सर्वेक्षण में राजस्थान को प्रथम स्थान पर लाने का लक्ष्य निर्धारित करने पर जोर दिया।
उन्होंने सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों, पीओ एवं संस्था प्रधानों को जिला प्रशासन से समन्यव स्थापित करते हुए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति, सर्वेक्षण की प्रक्रियाओं को समय पर पूरा करने और परिणाम उन्नयन के प्रयास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अविचल ने स्पष्ट किया कि परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 में राजस्थान को प्रथम स्थान पर लाने के लिए सभी संबंधित पक्षों को संकल्पित होकर काम करना होगा। उन्होंने विद्यालय प्रमुखों और अधिकारियों से कहा कि यह सर्वेक्षण राज्य की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिए एक अहम अवसर है।
सर्वेक्षण की तैयारियों
पर दिया विशेष जोर: चतुर्वेदी ने सर्वेक्षण की लेकर तैयारियों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने प्रश्न पत्र और मॉक टेस्ट की नियमित व्यवस्था, शिक्षकों और छात्रों को ओएमआर शीट भरने का पूर्ण अभ्यास कराने और दूरस्थ विद्यालयों में सर्वेक्षण को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए फील्ड इन्वेस्टिगेटरों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करने और उनके प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए विशेष मार्गदर्शन प्रदान करने एवं मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए की भी सलाह दी।
समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करें। वहीं प्रधानाचार्यों को विद्यार्थियों और अध्यापकों की तय समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने एवं नियमित अभ्यास सत्र आयोजित करने के लिए निर्देशित किया। अविचल ने सर्वेक्षण परीक्षा से पहले सभी अधिकारियों को मुख्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं, साथ ही अवकाश पर जाने से बचने और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने पर जोर दिया है।
परख सर्वेक्षण शिक्षा की मील का पत्थर
चतुर्वेदी ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसे में परख सर्वेक्षण को मील का पत्थर मानते हुए आयुक्त चतुर्वेदी ने आह्वान किया कि राज्य की समस्त संस्थाएं और प्रशासनिक इकाइयां मिलकर यह सुनिश्चित करें कि राजस्थान इस सर्वेक्षण में शीर्ष स्थान प्राप्त करे।