नई दिल्ली/मुंबई:
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का सस्पेंस खत्म हो गया है. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) का CM पद से दावा छोड़ने के बाद साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में BJP का ही मुख्यमंत्री बनेगा. अब BJP देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को CM बनाएगी या किसी और चेहरे को सामने लाकर सबको चौकाएंगी, ये जल्द ही सामने आ जाएगा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में मध्य प्रदेश और राजस्थान की तर्ज पर 2 डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे.
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर CM पद से अपना दावा छोड़ा. उन्होंने कहा, “मैंने PM मोदी को फोन किया था. उन्हें बताया कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई अड़चन न लाएं. मुझे पद की लालसा नहीं है. हम सब NDA का हिस्सा हैं. वो जो फैसला लेंगे, वो मंजूर होगा. अगर वो BJP से CM बनाते हैं या किसी और के लिए निर्णय लेते हैं… वो फैसला हमें मंजूर होगा.”
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैं खुद को मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आम आदमी के तौर पर देखता हूं. बड़ी संख्या में लोगों ने हमारा साथ दिया. महायुति की विजय वास्तव में जनता की विजय है. शानदार जीत के लिए जनता का धन्यवाद करता हूं.” उन्होंने कहा, “शिंदे रोने वालों में नहीं है. मैं लड़ने वालों में हूं. मैं अपनी लाड़ली बहनों को लड़ाका भाई हूं. मैं भागने वाला नहीं, बल्कि समाधान करने वाला व्यक्ति हूं. महाराष्ट्र के लिए मैं आखिरी दम तक काम करूंगा.” शिंदे ने कहा, “मैं नाराज होने वालों में नहीं हूं. महायुति के हित में जो भी फैसला लिया जाएगा, हम उसके खिलाफ नहीं जाएंगे.”
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फडणवीस की दावेदारी कितनी मजबूत?
सूत्रों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी (BJP) देवेंद्र फडणवीस को सीएम पद पर देखना चाहती है. क्योंकि इस चुनाव में फडणवीस एक मजबूत नेता के तौर पर उभरकर आए हैं. फडणवीस के कद और पार्टी के प्रति उनकी वफादारी को देखते हुए RSS सीएम पद के लिए उनका समर्थन भी किया है. चुनाव में फडणवीस के चेहरे के कारण ही बीजेपी को लोगों का सपोर्ट मिला था.
ABVP से शुरू की राजनीतिक पारी
फडणवीस के पिता गंगाधर राव भी राजनीति में रह चुके थे. पिता की वजह से स्कूल के दिनों से ही देवेंद्र फडणवीस का रुझान राजनीति में होने लगा था. 1987 में जब वह 17 साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया. 1989 में कॉलेज में पढ़ाई के दौरान वह RSS की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी ABVP में शामिल हुए. फडणवीस 1999 में नागपुर वेस्ट सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे. 2004 में दोबारा इसी सीट से विधायक बने. 2009 से 2019 तक लगातार 3 बार नागपुर साउथ वेस्ट से विधायक बने.
बने थे महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री
शिवसेना के साथ गठबंधन से अलग होने के बावजूद 2014 विधानसभा चुनाव में BJP ने 288 सदस्यीय सदन में 122 सीटें जीतीं. 2009 में उसे केवल 46 सीटों पर जीत मिली थी. इस जीत के बाद BJP ने देवेंद्र फडणवीस को 44 साल की उम्र में महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. वो शरद पवार के बाद महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बने.
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चुनाव में BJP ने जीती 132 सीटें
महाराष्ट्र चुनाव में महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की है. BJP ने अकेले 132 सीटें जीती. शिवसेना (शिंदे गुट) ने 57 और अजित पवार गुट ने 41 सीटें पाई हैं. वहीं, महाविकास अघाड़ी ने 46 सीटों पर जीत हासिल की. उद्धव गुट ने 20 और शरद पवार गुट को 10 सीटें मिली हैं. जबकि कांग्रेस के हाथ में सिर्फ 16 सीटें आईं.
देवेंद्र फडणवीस को मिले कितने वोट?
देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर साउथ वेस्ट सीट से चुनाव जीता है. उन्होंने कांग्रेस के प्रफुल्ल गुडधे को हराया है. फडणवीस को 1 लाख 29 हजार 401 वोटों के अंतर से जीत मिली है. उनका वोट पर्सेंटेज 56.55 फीसदी रहा.