रिपोर्ट- रोहित भट्ट
अल्मोड़ा: पहाड़ी क्षेत्रों में देखा जाता है कि कई बार सरकार की योजना का लाभ खिलाड़ियों तक नहीं पहुंच पाता है. लेकिन, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट ब्लॉक में जीआईसी कुलसीव स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल की गतिविधियों में भी आगे बढ़ाया जा रहा है. प्रधानमंत्री की योजना के तहत सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को खेलकूद के लिए हर साल ₹25,000 किट के लिए दिए जाते हैं.
स्कूल के टीचर हर साल उन पैसों से किट खरीद रहे हैं. स्कूल के बच्चे किट पहनकर अलग-अलग गेम में प्रतिभाग भी कर रहे हैं. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को स्पोर्ट के सभी किट भी उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि बच्चे आगे जाकर बेहतर प्रदर्शन कर पाएं. इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पर्सनल हॉकी स्टिक, जूते और सिन कार्ड दिए गए हैं, तो वही फुटबॉल खेलने वाले बच्चों को फुटबॉल और बूट भी उपलब्ध कराए गए हैं. स्कूल के टीचर ने बताया कि पिछले 4 साल में उन्होंने ₹1,000,00 की धनराशि से कई सामान को जोड़ा है.
छात्र चंदन कुमार ने बताया कि स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी का स्पोर्ट्स किट भी दिया गया है, जिसे पहनकर खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं. स्कूल की तरफ से हॉकी खेलने वाले खिलाड़ियों को हॉकी स्टिक, हॉकी बॉल, सिंगार्ड और जूते दिए गए हैं. कभी-कभी स्कूल के टीचर घर में प्रैक्टिस करने के लिए भी दे देते हैं, जिससे वह घर में भी प्रैक्टिस करते हैं. वह हॉकी खेलते हैं और अभी तक बहुत दो बार कोटद्वार और करीब 10 बार अल्मोड़ा के स्टेडियम में आकर मैच खेल चुके हैं और उन्हें बहुत कुछ यहां पर आकर सीखने को मिलता है. वह अपना आइडल मेजर ध्यानचंद को मानते हैं.
छात्रा आयशा ने बताया कि हॉकी का गेम उन्हें काफी पसंद है और उनके टीचर उनके ऊपर भी काफी मेहनत करते हैं. स्कूल की तरफ से हॉकी का किट फ्री में दिया जाता है. वह हॉकी के कई टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर चुकी हैं. स्कूल का ग्राउंड छोटा होने के बावजूद टीचर उन्हें काफी कुछ बताते हैं.
छात्र प्रियदर्शन ने बताया कि स्कूल की तरफ से स्पोर्ट्स के सभी किट मिलते हैं. वर्तमान में वह हॉकी खेल रहे हैं और तीन बार वह स्टेट हॉकी टूर्नामेंट में भी प्रतिभाग कर चुके हैं. उनका सपना है कि बहुत अपने स्कूल से हॉकी खेल कर आगे तक जाएं.
स्कूल के टीचर वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि विगत 4 साल से केंद्र सरकार की योजना के तहत सरकारी स्कूल के लिए लिए धनराशि दी जा जाती है. जिससे ग्रामीण क्षेत्र में खेल का स्तर काफी सुधरा है. पहले के समय में सरकारी स्कूल में खेल के लिए इतनी सुविधा नहीं थी पर आजकल के समय में बच्चों को तमाम प्रकार की सुविधा दी जा रही हैं. जिससे दूरस्थ क्षेत्र के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को भी स्पोर्ट्स किट मिल रहा है.
उनका मानना है कि उनके स्कूल की चार टीमें प्रतिभाग कर रही है और उन्हें काफी अच्छा लगता है कि बच्चे इन प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर रहे हैं. वर्तमान में उनके स्कूल के पास करीब 60 हॉकी स्टिक हैं. यहां पर हॉकी की 60 बॉल भी हैं. इसके अलावा फुटबॉल की 14 से 15 बॉल भी रखी गई हैं. इतना ही नहीं बच्चों के जूते और कपड़े भी प्रधानमंत्री की इस योजना से जोड़े गए हैं. उनके बच्चे लगातार तीन बार स्टेट लेवल कंपटीशन में प्रतिभाग कर चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 18:28 IST