जयपुर। प्रदेश के स्कूलों में विशेष योग्यजन बच्चों को पढ़ाने के लिए विशेष शिक्षा के व्याख्याताओं की कमी है, जिसके चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जबकि स्कूलों में दो टेस्ट के बाद अर्द्धवार्षिक परीक्षा होने वाली है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
आधा सत्र बीता
व्याख्याता (विशेष शिक्षा) के नए पद सृजन गए हो, लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा पद स्वीकृत नहीं करने से विशेष बच्चों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता नहीं मिल पा रहे। जबकि आधा सत्र समाप्त हो चुका है, ऐसे शीघ्र व्याख्याता (विशेष शिक्षा) पदों पर पदोन्नति एवं सीधी भर्ती निकाली जानी चाहिए।
यह पद खाली
शिक्षा विभाग के द्वितीय श्रेणी विशेष शिक्षा में लगभग एक हजार पद खाली चल रहें है। तृतीय श्रेणी शिक्षकों की पदोन्नति कर पदों को भरा जा सकता है। वहीं, तृतीय श्रेणी विशेष शिक्षकों की सात हजार शिक्षकों की भर्ती होनी चाहिए।
कैडर बनाना श्रेयस्कर रहेगा
विशेष शिक्षकों की भर्ती के लिए राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा तथा विशेष शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि विशेष शिक्षा में व्याख्याता सहित तृतीय श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी पदों की पदोन्नति एवं भर्ती निकलने का प्रसंज्ञान लेते हुए विशेष शिक्षा का कैडर बनाना श्रेयस्कर रहेगा।
बच्चों का ड्रॉप आउट रोका जा सके
नि:शक्तजन आयुक्त उमा शंकर शर्मा ने कहा कि शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर विशेष शिक्षा की समग्र जानकारी मांगी जाएगी तथा विशेष बच्चों को पढ़ने के लिए विशेष शिक्षक मिल सके तथा विभाग की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे इन बच्चों का ड्रॉप आउट रोका जा सके।