संस्कृत शिक्षा विभाग की पहल, स्कूलों में दिया जाएगा अब खेलों को बढ़ावा

जयपुर। प्रदेश के संस्कृत शिक्षा के स्कूलों में खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा। इसको लेकर संस्कृत शिक्षा विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है और बैठकों का दौर जारी है। संस्कृत शिक्षा विभाग ने अपने स्कूलों में खेलकूद प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने एवं विद्यार्थियों में खेलों के प्रति रुचि जागृत करने के लिए गठित कमेटी की बैठक हुई। राजस्थान राज्य संस्कृत शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, महापुरा के सभागार में हुई इस बैठक में उपनिदेशक डॉ. चंद्र प्रकाश शर्मा ने संस्कृत स्कूलों में खेलकूद के प्रति अधिक ध्यान देने की बात कहीं।

निदेशालय के खेल प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. प्रेम सिंह मीणा ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में आयोजित की जा रही प्रतियोगिताओं व उनके चरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने संस्कृत शिक्षा विभाग की राज्य स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं के अंक भार को माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रतियोगिताओं के अंक भार के समान किए जाने पर प्रसन्नता प्रकट की। विभागीय खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने व विद्यार्थियों में खेलों के प्रति रुचि जागृत करने के लिए माध्यमिक शिक्षा की भांति ही 14, 17 व 19 वर्षीय आयु वर्ग की समस्त प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं को अलग-अलग चरणों में आयोजित करने तथा शारीरिक शिक्षकों से दोनों विभागों (माध्यमिक व संस्कृत) में परस्पर सहयोग लेने तथा विभागीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित खिलाड़ियों को सीधे ही राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने की अनुमति प्रदान करने हेतु सुझाव प्रस्तुत किए गए। 

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