हल्द्वानी. कुमाऊं के एकमात्र महिला कॉलेज इंदिरा प्रियदर्शिनी राजकीय महिला डिग्री कॉलेज में को-एजुकेशन शुरू किए जाने के विरोध में छात्राओं ने विरोध शुरू कर दिया है. साथ ही छात्राओं ने तहसीलदार सचिन कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भी भेजा है. छात्राओं ने कहा कि कॉलेज को को-एजुकेशन में तब्दील करना छात्राओं के साथ अन्याय है. जिसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. छात्राओं ने आरोप लगाया है कि अगर यहां भी को-एजुकेएशन शुरू कर दिया जाएगा, तो इसका हाल भी एमबीपीजी डिग्री कॉलेज के जैसा ही हो जाएगा.
छात्राओं ने कहा कि महिला डिग्री कॉलेज केवल महिलाओं के लिए खोला गया है, लेकिन को-एजुकेशन शुरू हो जाने से कॉलेज का माहौल खराब होगा. महिला डिग्री कॉलेज के साथ किसी प्रकार की छेड़ाखानी न करते हुए महाविद्यालय में केवल छात्राओं को ही प्रवेश दिया जाए, ताकि कुमाऊं और अन्य जगहों से आने वाली उन छात्राओं को प्रवेश मिल सके, जो महिला महाविद्यालय में ही रहकर कोर्स पूरा करना चाहती हैं.
सरकार का एक गलत निर्णय
पूर्व कोषाध्यक्ष महिला कॉलेज जूही चुफाल ने कहा की यह महिला कॉलेज होने से यहां का पढ़ाई का वातावरण बहुत अच्छा है. अतः जिस उद्देश्य से यह कॉलेज बनाया गया था हम चाहते हैं ये ऐसे ही बने रहे. वहीं जिलाध्यक्ष एनएसयूआई भुवन पांडेय ने कहा की को-एड कॉलेज के लिए गोलापार कॉलेज उचित रहेगा. महिला कॉलेज को सामान्य कॉलेज बनाना एक गलत निर्णय होगा.
FIRST PUBLISHED : July 19, 2024, 15:41 IST