अजमेर। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने एक बार फिर उन विद्यार्थियों को राहत दी है, जिन्होंने 10वीं में बेसिक मैथ्स से परीक्षा दी है और अब वे 11वीं कक्षा में मैथ्स पढ़ना चाहते हैं। बोर्ड ने ऐसे विद्यार्थियों को इस साल भी यह छूट दी है। बोर्ड ने साल 2019 में 10वींं के विद्यार्थियों को बेसिक और स्टैण्डर्ड मैथ्स का विकल्प दिया था। जिसके अनुसार जो विद्यार्थी सीनियर सैकण्डरी लेवल पर मैथ्स पढ़ना चाहते हैं, उन्हें 10वीं में स्टैण्डर्ड मैथ्स लेनी होती थी। जबकि ऐसे विद्यार्थी जो आगे की कक्षाओं यानि सीनियर सैकण्डरी लेवल पर मैथ्स नहीं पढ़ना चाहते हैं, उनके पास बेसिक मैथ्स का विकल्प था। कठिनाई के स्तर पर दोनों पेपर अलग-अलग थे।
बेसिक सरल तो स्टैण्डर्ड कठिन था। मंशा यही थी कि जो विद्यार्थी 10वीं व 12वीं में मैथ्स नहीं पढ़ना चाहते हैं, उन्हें गणित का अनावश्यक बोझ नहीं झेलना पड़े। बोर्ड के नियम के अनुसार यदि 10वीं के बाद विद्यार्थी का विचार बदल जाता है और वह 11वीं में मैथ्स लेना चाहता है तो उसे 10वीं की कम्पार्टमेंट परीक्षा के जरिए स्टैण्डर्ड मैथ्स पेपर पास करना जरूरी था।बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 में फिर से विद्यार्थियों को यह छूट जारी रखने का निर्णय किया है। लेकिन ऐसे विद्यार्थियों को कक्षा 11वीं में गणित की अनुमति देने से पहले संस्थान के प्रमुख को यह संतुष्ट करना होगा कि संबंधित विद्यार्थी कक्षा 11वीं में गणित को आगे बढ़ाने की योग्यता और क्षमता रखता है।