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Nainital News: अशोक पार्किंग के नाम की इस जगह में अंग्रेजों द्वारा स्थापित एक सिनेमा हॉल हुआ करता था, जिसका नाम अशोक सिनेमा हॉल था. नब्बे के दशक में स्थापित ये हॉल शहर के प्रमुख सिनेमा हॉल में शुमार था. साल 201…और पढ़ें
नैनीताल के अशोक पार्किंग की जगह अब बनने जा रही है मल्टीस्टोरी पार्किंग
हाइलाइट्स
- अशोक सिनेमा हॉल की जगह मल्टीस्टोरी पार्किंग बनेगी.
- पार्किंग निर्माण के लिए 5.22 करोड़ का बजट स्वीकृत.
- अशोक सिनेमा हॉल का ऐतिहासिक महत्व और यादें.
नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल में बढ़ते ट्रैफिक और जाम की समस्या को देखते हुए शहर में मल्टीस्टोरी पार्किंग की कमी को दूर करने के लिए शासन ने अशोक पार्किंग में मल्टीस्टोरी पार्किंग के लिए मंजूरी दे दी है, जिसके लिए 5 करोड़ 22 लाख का बजट भी स्वीकृत किया जा चुका है. इस फैसले के बाद जिला प्रशासन ने भी पार्किंग निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया कर दी है. इसका उद्देश्य शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम और पर्यटकों के वाहन पार्किंग की समस्या को कम करना है. वहीं जिस स्थान पर मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाई जाने की योजना है, वहां वर्तमान में सर्फेस पार्किंग स्थित है. इस जगह का ऐतिहासिक महत्व कई ज्यादा है.
अशोक पार्किंग के नाम की इस जगह में अंग्रेजों द्वारा स्थापित एक सिनेमा हॉल हुआ करता था, जिसका नाम अशोक सिनेमा हॉल था. नब्बे के दशक में स्थापित ये हॉल शहर के प्रमुख सिनेमा हॉल में शुमार था. साल 2015 में पालिका ने इस प्रतिष्ठित भवन को अपने कब्जे में लेकर नवीनीकरण की प्रक्रिया शुरू की थी और साल 2020 में इसे कम किराए पर लीज़ पर दे दिया गया था. लेकिन बाद में पालिका ने दोबारा इस जगह को अपने नियंत्रण में ले लिया.
सैनिकों के मनोरंजन के लिए बना था अशोक सिनेमा
नैनीताल निवासी प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर अजय रावत बताते हैं कि द्वितीय विश्व युद्ध में पहाड़ के कई सैनिकों ने हिस्सा लिया था. नैनीताल निवासी उन सैनिकों के परिजनों के मनोरंजन के लिए उस समय सन् 1939 के आसपास अंग्रेजों ने अशोक सिनेमा की स्थापना की थी. उससे पहले इस जगह के नीचे एक टेनिस कोर्ट हुआ करता था, जहां लोग टेनिस खेला करते थे, 7 दिसंबर 1939 से 6 दिसंबर 1945 तक ‘यूनाइटेड प्रोविंसिस’ के गवर्नर रहे ‘मॉरिस गार्नियर हैलेट’ (Maurice Garnier Hallett)के नाम से इस सिनेमाघर का नाम ‘हैलेट सिनेमा हॉल’ (Hallett Cinema Hall) रखा गया था. वहीं नैनीताल के प्रतिष्ठित ‘बिरला विद्या मंदिर’ (Birla Vidhya Mandir) को भी उस दौर में ‘हैलेट वार स्कूल’ (Hallett War School) के नाम से जाना जाता था. इस स्कूल में ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ में गए सैनिकों के बच्चे पढ़ते थे. भारत की आजादी के बाद सन् 1950 में इस हॉल का नाम ‘अशोक सिनेमा हॉल’ (Ashok Cinema Hall ) रख दिया गया. और इसके मैनेजिंग कमेटी में उस समय नगर के सीआरएसटी स्कूल के प्रिंसिपल शंभू लाल शाह और गोपाल शाह आ गए. जिसके बाद इस हॉल में फिल्म देखने आने वाले लोगों को परिवार का सदस्य समझा जाता था. तत्कालीन मैनेजिंग कमेटी के सदस्य गोपाल शाह स्कूली बच्चों को स्कूल से भागकर फिल्म देखने आने पर डांटते थे और उनके स्कूल में सूचना देते थे. एक पारिवारिक माहौल था, और लोग खुशी खुशी फिल्में देखने आते थे. प्रोफेसर रावत बताते हैं कि सन् 1945 के बाद यहां हिंदी फिल्में दिखाई जाने लगी थी. जबकि अंग्रेजी फिल्में नैनीताल के कैपिटल सिनेमा हॉल (Capitol Cinema Hall ) में दिखाई जाती थीं. तबसे लेकर नब्बे के दशक तक नैनीताल का अशोक सिनेमा हॉल यहां लगने वाली फिल्मों के लिए काफी प्रसिद्ध था. लोग टिकट खरीदने के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगा करते थे.
नैनीताल के लोगों की जुड़ी हैं यादें
अशोक सिनेमा हॉल से नैनीताल के लोगों की यादें जुड़ी हुई हैं, नैनीताल निवासी रुचिर साह बताते हैं कि उन्हें दुख होता है कि ब्रिटिश काल का ऐतिहासिक अशोक सिनेमा हॉल अब शहर में नहीं है. हालांकि नैनीताल में कैपिटल सिनेमा हॉल स्थित है, लेकिन लोगों की दिलचस्पी अब सिनेमाघरों में फिल्में देखने के लिए कम हुई है. उन्होंने कहा कि मल्टीस्टोरी पार्किंग बन जाने के बाद इसमें एक छोटा सिनेमा हॉल अशोक के नाम पर बनाना चाहिए. नैनीताल निवासी वरिष्ठ पत्रकार रमेश चंद्रा ने अशोक सिनेमा से जुड़ी उन यादों को याद करते हुए बताया कि इस सिनेमा हॉल का अतीत बेहद सुनहरा था जो आज भी नैनीतालवासियों की यादों में समाया हुआ है. नब्बे के दशक में इस सिनेमा हॉल में काफी भीड़ हुआ करती थी. इसकी दीवारों में फिल्मों के पोस्टर चिपके होते थे, वो और उनके साथ हर हफ्ते अशोक हॉल में फिल्में देखने जाते थे, यह नैनीताल के लोगों के मनोरंजन का अच्छा साधन था. फिल्मों के टिकट के लिए लंबी लाइन लगती थी और रात 12 बजे तक शो चलते थे. उन्होंने यहां अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना की सुपरहिट फिल्म ‘परवरिश’ देखी थी जिसे देखने के लिए काफी भीड़ थी, और तीन दिनों तक हाउस फुल रहा था. उन्होंने कहा कि अब इस जगह में मल्टीस्टोरी पार्किंग बन रही है, तो प्रशासन को इसके सबसे ऊपरी मंजिल में एक छोटे अशोक सिनेमा हॉल का निर्माण भी करना चाहिए.
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February 24, 2025, 15:20 IST
सैनिक परिवारों के मनोरंजन के लिए बना था नैनीताल का ये हॉल, अब बनेगी पार्किंग