सौ दिन चले अढाई कोस...

कोटा। कोटा समेत प्रदेश के 12 जिलों के लोगों को घर बैठे पासपोर्ट तैयार करने के लिए शुरु की  गई पासपोर्ट मोबाइल वेन सेवा का अभी तक लोगों को अधिक लाभ नहीं मिल सका है। इस सेवा  के तहत अभी तक गिनती के ही पासपोर्ट बनाए जा सके है। हाड़ौती संभाग के अलावा आस-पास के 12 जिलों के लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए जयपुर नहीं जाना पड़े इसके लिए लोकसभा अध्यक्ष के प्रयासों से कोटा में ही क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय शुरु किया गया है। पहले यह नयापुरा स्थित प्रधान डाकघर कार्यालय में संचालित हो रहा था। जहां जगह कम होने से अब इसे डकनिया स्टेशन रोड स्थित कार्यालय में संचालित किया या रहा है। सितम्बर 2023 में शुरु हुए इस कार्यालय से अब तक करीब सवा लाख से अधिक पासपोर्ट जारी किए जा चुके हैं। 

घर बैठे सेवा के लिए मोबाइल वैन
क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के बाद भी लोगों को घर बैठे पासपोर्ट बनाने की सुविधा के लिए मोबाइल वेन सेवा शुरु की गई। इसी साल जनवरी में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस सेवा की शुरुआत की। उस समय उन्होंने कहा था कि इस वेन का उपयोग स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय व ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाएगा। जिसके तहत वेन में ही पासपोर्ट के लिए पंजीयन की सुविधा रहेगी। यह वेन अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में जाकर वहां युवाओं के अधिक से अधिक पासपोर्ट बनाने में मददगार होगी। इसके संचालित होने से लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए क्षेत्रीय कार्यालय तक भी नहीं जाना पड़ेगा। शुरुआत में तो वेन को अच्छा रेस्पोंस मिला। लेकिन कुछ समय बाद यह सेवा आगे नहीं बढ़ सकी। इस वेन की स्थिति सौ दिन चले अढाई कोस जैसी हो गई है। 

अच्छी सुविधा, प्रयास करें अधिकारी
शहर वासियों का कहना है कि कोटा में पासपोर्ट कार्यालय खुलने से जयपुर जाने का समय और खर्चा तो बच गया। साथ ही मोबाइल वेन से कार्यालय तक भी नहीं जाना पड़ेगा। तलवंडी निवासी महेश जैन का कहना है कि शिक्षा नगरी होने से यहां देशभर से बच्चे व उनके परिजन आते हैं। साथ ही कोटा के बच्चे भी पढ़ाई व नौकरी के लिए देश से बाहर जा रहे हैं। ऐसे में हवाई यात्रा के लिए पासपोर्ट व वीजा का होना आवश्यक है। कोटा में क्षेत्रीय कार्यालय और फिर मोबाइल वेन सेवा शुरु होने से लोगों को लाभ हुआ है। लेकिन घर बैठे  पासपोर्ट सेवा को चलाए रखने के लिए अधिकारियों को प्रयास करने होंगे। जवाहर नगर निवासी राजेश खूबचंदानी का कहना है कि उन्हें पहले पासपोर्ट बनवाने के लिए जयपुर जाना पड़ा था। लेकिन कोटा में क्षेत्रीय कार्यालय खुलने के बाद अब उसके नवीनीकरण का काम कोटा में ही हो गया। जिससे समय व धन की तो बचत हुई साथ ही सुविधा भी मिल गई। इसके अलावा पासपोर्ट मोबाइल वेन सेवा युवाओं व विद्यार्थियों के लिए बेहतर सुुविधा है। इसे चलाए रखना चाहिए। जिससे घर बैठे युवाओं के पासपोर्ट तैयार करने में मदद मिलेगी। 

इनका कहना है
क्षेत्रीय कार्यालय खुलने के बाद कोटा समेत 12 जिलों के तत्काल व पूर्ण पासपोर्ट यहां से बनाए जा रहे हैं।  डेढ़ साल में सवा लाख से अधिक पासपोर्ट बनाए जा चुके हैं। साथ ही पासपोर्ट मोबाइल वेन सेवा ग्रामीण व शिक्षण संस्थानों के लिए शुरु की गई है। जनवरी में यह सेवा शुरु होने के कुछ समय बाद ही स्कूलों में परीक्षाएं शुरु हो गई और उसके बाद ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरु हो गए हैं। इस कारण से इस सेवा के माध्यम से अभी तक अधिक पासपोर्ट जारी नहीं किए जा चुके हैं। लेकिन जुलाई में नया शिक्षा सत्र शुरु होने व स्कूल-कॉलेज खुलने के बाद इस सेवा को फिर से गति दी जाएगी। जिससे अधिक से अधिक युवा, विद्यार्थी व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इस सेवा का लाभ ले सकेंगे। 
– यशवंत माठे क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी कोटा 

By admin