बिजयनगर। बिजयनगर में स्कूल की नाबालिग छात्राओं को एक-एक कर प्रेमजाल में फांसने और उन्हें ब्लैकमेल कर देह शोषण करने के मामले में पालिका प्रशासन ने कैफे के बाहर से अतिक्रमण हटाकर उसे सीज कर दिया। पुलिस ने कैफे संचालक सहित दो जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने छात्रा को घुमाने के काम में ली गई एक कार भी जब्त की है। उधर, पुलिस रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपियों को फिर से कोर्ट में पेश करेगी। स्कूली छात्रा ब्लैकमेल प्रकरण में पुलिस पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों की न्यायालय से प्राप्त रिमाण्ड अवधि पूर्ण होने पर सभी आरोपी रिहान मोहम्मद, सोहेल मंसूरी, लुकमान उर्फ सोहेब, अरमान पठान व साहिल कुरैशी को अजमेर पोक्सो न्यायालय में न्यायाधीश के समक्ष पेश करेगी। उधर वांछित आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस लगातार दबिशें दे रही है। संजीवनी महाविद्यालय एबीवीपी इकाई के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार के नाम बिजयनगर तहसील प्रशासन को ज्ञापन देकर मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग की।
चिल हाउस कैफे पर कार्रवाई
पालिका अधिशासी अधिकारी प्रताप सिह भाटी के निर्देश पर पालिका का अतिक्रमण निरोधक दस्ता विजय कॉटन मिल्स रोड स्थित चिल आउट कैफे पहुंचा। पहले जेसीबी से कैफे के बाहर आम रास्ते पर किए गए अतिक्रमण को हटाकर सामान जब्त किया गया। पालिका प्रशासन ने उक्त कैफे भवन को सीज कर दिया। पालिका कर्मियों के अतिरिक्त कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे।थानाप्रभारी ने बताया कि छात्राओं के बयान से पता चला कि आरोपी उन्हें चिल आउट कैफे ले जाते थे। मसूदा वृत्ताधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि कैफे संचालक श्रवण चौधरी व करीम कुरैशी को गिरफ्तार किया है। मामले के अनुसंधान के दौरान पीड़िता को एक आरोपी द्वारा कार में बैठाकर ले जाने की जानकारी सामने आने पर पुलिस ने मामले में उपयोग ली गई कार को जब्त किया है।
एबीवीपी ने कलेक्ट्रेट पर स्कूली बच्चियों के साथ किया प्रदर्शन, पुलिस से भी हुई नोक-झोंक
बिजयनगर में लव जिहादियों द्वारा स्कूली छात्राओं के साथ यौन शोषण तथा मतान्तरण के प्रयास के विरोध में एबीवीपी का आक्रोश फूट पड़ा। एबीबीपी कार्यकर्ताओं ने अजमेर कलेक्ट्रेट पर स्कूली छात्राओं को साथ लेकर उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ नोक-झोंक भी हुई। एबीवीपी के महानगर मंत्री राजेंद्र कालस के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर तुरन्त कार्रवाई करने की मांग की। कालस ने बताया कि बिजयनगर की यह घटना अजमेर ब्लैकमेल कांड की दु:खद स्मृतियों की पुनरावृत्ति है। इस घटना में पीड़ित परिवारों को शीघ्र न्याय मिलना चाहिए। इस तरह की घटनाओं में जिस प्रकार की महिला विरोधी मानसिकता काम कर रही है, उसका हर स्तर पर कड़ा प्रतिकार जरूरी है। नाबालिग बालिकाओं का जीवन बर्बाद करने के ऐसे प्रयासों की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए प्रशासन के साथ समाज को भी सजग रहना होगा।