कोटा। शिक्षा विभाग की ओर से जारी विद्यालय रिपोर्ट में कोटा के सरकारी स्कूलों में सत्र 2021-22 की तुलना में सत्र 2022-23 में विद्यार्थियों की संख्या घट गई। इसके अलावा रिपोर्ट के अनुसार कोटा में कई विद्यालय ऐसे हैं जो या तो एक शिक्षक के भरोसे हैं या एक ही कमरे में संचालित हो रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कई विद्यालयों में आज भी आधारभूत सुविधाओं की कमी है या उपलब्ध ही नहीं है। जिले के सैंकड़ों विद्यालय आज भी लाइब्रेरी, सुलभघर, बिजली कनेक्शन, नल कनेक्शन, खेल मैदान और कम्प्यूटर लेब जैसी सुविधाओं से वंचित है। ऐसे में शिक्षा विभाग एक ओर तो प्रदेश के सरकारी विद्यालयों को उत्कृष्ट बनाने की बात करता है वहीं दूसरी ओर सैंकड़ों विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।
सबसे जरूरी खेल मैदान और लाइब्रेरी ही मौजूद नहीं
विद्यालयों में शिक्षा के साथ विद्यार्थी का मानसिक और शारीरिक विकास होना भी आवश्यक है, ताकि विद्यार्थी भविष्य के अनुरूप खुद को ढाल सकें। लेकिन जिले के सैंकड़ों विद्यालयों में ना तो लाइब्रेरी मौजूद है और ना ही खेल का मैदान। ऐसे में इन विद्यालयों में विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होना बड़ी चुनौती है। सत्र 2021-22 में जिले के 1078 में से 707 विद्यालयों में ही खेल का मैदान मौजूद था वहीं सत्र 2022-23 में 1056 विद्यालयों में से केवल 770 विद्यालयों में ही खेल के मैदान हैं। इसी तरह सत्र 2021-22 में जिले के 1078 विद्यालयों में से 863 और सत्र 2022-23 के दौरान 1056 विद्यालयों में से केवल 852 विद्यालयों में ही लाइब्रेरी मौजूद है। ऐसे में विद्यालयों में लाइब्रेरी नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थी शैक्षणिक शिक्षा के अलावा अन्य विषयों में जानकारी लेने के लिए अन्य स्त्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता है।
कंप्यूटर लैब और बिजली कनेक्शन की भी कमी
वर्तमान में राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों डिजिटलाइजेशन की ओर अग्रसर हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है बावजूद इसके सत्र 2021-22 के दौरान जिले के 1078 विद्यालयों में से केवल 205 विद्यालयों में ही कंप्यूटर लैब मौजूद थी, हालांकि सत्र 2022-23 के दौरान इनकी संख्या में थोड़ा इजाफा हुआ जो बढ़कर 247 हो गई। लेकिन इसके अभी भी जिले के करीब 800 विद्यालयों में कंप्यूटर लैब मौजूद नहीं है। इसी तरह सत्र 2021-22 के दौरान कुल 1078 विद्यालयों में से केवल 941 विद्यालयों में बिजली कनेक्शन था वहीं सत्र 2022-23 के दौरान 1056 में से केवल 988 विद्यालयों में ही बिजली कनेक्शन मौजूद है।
कई विद्यालयों में बाउंड्री वॉल नहीं
शिक्षा विभाग ने इसी जनवरी माह में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से जिन विद्यालयों में पर्याप्त बाउंड्री वॉल मौजूद नहीं है या जिन विद्यालयों में अतिक्रमण हो रहा है उनकी जानकारी मांगी थी। लेकिन विभाग की ओर से अभी तक उस पर कोई कारवाई नहीं की गई है, और मामला अभी तक अधर में है। इसी बीच जारी हुई सरकारी रिपोर्ट के अनुसार सत्र 2021-22 में जिले के 71 विद्यालयों और 2022-23 के दौरान 54 विद्यालयों में बाउंड्री वॉल मौजूद नहीं है। जहां या तो अतिक्रमण हो रहा है, या अतिक्रमण होने की संभावना है। वहीं कोटा के 1056 विद्यालयों में से अभी भी 25 विद्यालयों में पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं है।
इनका कहना है
जिले के सरकारी विद्यालयों की वास्तविक विद्यालयों की रिपोर्ट विभाग को भेजी जा चुकी है। जिन विद्यालयों में समस्याएं मौजूद हैं। उन पर कोई भी उच्च स्तरीय पर ही किया जा सकता है। जिला स्तर पर जितना हो सकता है उतनी कोशिश की जाती है।
– के. के. शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी कोटा