जयपुर। चाइल्ड राइट्स एंड यू-क्राई ने डेवलपमेंट इनिशिएटिव सोसाइटी (डीआईएस) के सहयोग से स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) अभियान के हिस्से के रूप में राजस्थान में स्वच्छता और जागरूकता गतिविधियों की श्रृंखला का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य विभिन्न समुदायों में बेहतर स्वच्छता और स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देना है।
यह अभियान जल, स्वच्छता और स्वच्छता जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है। विशेष रूप से बच्चों के बीच एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देने के लिए है। क्राई-नॉर्थ की क्षेत्रीय निदेशक सोहा मोइत्रा ने बच्चों के जीवन में वॉश के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और गरिमा के लिए वॉश आवश्यक है। स्वच्छ पानी, सुरक्षित स्वच्छता और स्वच्छता तक पहुंच न केवल उन्हें बीमारी से बचाता है, बल्कि स्कूल में उनकी उपस्थिति और भागीदारी भी सुनिश्चित करती है। खराब वॉश सुविधाएँ उनके विकास में प्रत्यक्ष बाधा हैं, जिससे अनुपस्थिति अधिक होती है और उनकी भलाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। संगठनों, समुदायों और स्थानीय शासन के बीच सहयोगात्मक प्रयास स्कूलों और समुदायों में स्थायी वाश प्रणाली के निर्माण के लिये महत्त्वपूर्ण हैं। साथ मिलकर, हम बच्चों को फलने-फूलने के लिए एक सुरक्षित, स्वच्छ वातावरण प्रदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वाश बच्चों के विकास और संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेष रूप से वंचित समुदायों में जहां स्वच्छ पानी और पर्याप्त स्वच्छता तक पहुंच अक्सर सीमित होती है। उचित स्वच्छता की कमी से चरम मामलों में बीमारी, कुपोषण और यहां तक कि मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है। इसका शैक्षिक प्रभाव भी महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से लड़कियों के लिए, जो अपर्याप्त मासिक धर्म स्वच्छता सुविधाओं के कारण स्कूल छोड़ सकती हैं। क्राई की इस अभियान में भागीदारी ने जयपुर में स्थानीय समुदायों को एकजुट किया। इस पहल से 2500 बच्चे और विभिन्न समुदाय के लोग प्रभावित हुए।