हरियाणा: महेंद्रगढ़ हादसे के बाद जागा प्रशासन,  अब 48 घंटे में होगी 2600 स्कूल बसों की जांच

स्कूल बसों की होगी जांच

महेंद्रगढ़ में हुए हादसे के बाद अब जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. शनिवार सुबह से ही गुड़गांव के निजी स्कूलों की बसों की जांच की जाएगी. जांच के दौरान जो बसें सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों का पालन नहीं करती मिली तो उन्हें जब्त कर लिया जाएगा. जिला उपायुक्त ने 500 स्कूलों की 2600 से ज्यादा बसों की जांच करने के लिए पांच स्थान निर्धारित की हैं. इसमें तीन स्थान गुड़गांव शहर में है जबकि एक पटौदी व एक सोहना में स्थान निश्चित किया गया है.

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जिला उपायुक्त की मानें तो यह 2600 बसें वह है जो प्रशासन के पास स्कूल बस के रूप में रजिस्टर्ड हैं, जबकि कई बसें ऐसी हैं, जो सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के नियमों का पालन करते हुए ऑन स्कूल ड्यूटी लगाई गई हैं. इनमें से किसी भी बस में अगर खामी पाई जाती है तो बस को वहीं जब्त किया जाएगा. 

जिला उपायुक्त निशांत यादव ने बताया कि सोमवार से गुड़गांव की सड़कों पर स्कूल बसों की जांच की जाएगी. स्कूलों के पास परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की टीम बनाकर तैनात की जाएगी. यह टीम उन वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो नियमों को दरकिनार कर स्कूल में बच्चों को लेकर आते हैं. जिन स्कूलों के छात्र इन वाहनों में आते मिले उन स्कूलों की मान्यता रद्द करने के लिए संबंधित विभाग के लिखा जाएगा.

जिला उपायुक्त ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि ईद की छुट्टी होने के बावजूद भी कुछ स्कूलों द्वारा बच्चों को स्कूल बुलाया गया है. ऐसे स्कूलों के खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. उन्हें नोटिस देकर जवाब मांगने के साथ ही सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा जारी कैलेंडर के अनुसार छुट्टी करना सुनिश्चित करें. ऐसा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि महेंद्रगढ़ में हुए स्कूल बस हादसे के बाद जिला प्रशासन सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को लेकर हरकत में आया है और कार्रवाई करने की बात कही है. इस वर्ष अब तक जिले में 195 स्कूल बसों की जांच की गई है जिसमें से 150 बसें नियमों की उल्लंघना करती मिली हैं, जिन पर कार्रवाई करते हुए उनके चालान किए गए हैं.

हरियाणा के महेंद्रगढ़ में स्कूल की बस पलटने छह बच्चों की मौत हो थी. उस स्कूल के प्रिंसिपल समेत तीन लोगों को इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार भी किया गया है. ड्राइवर कथित तौर पर बस के पेड़ से टकराने से ठीक पहले कूद गया था. उसे भी स्कूल के सचिव के साथ हिरासत में ले लिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ड्राइवर के मेडिकल परीक्षण में पुष्टि हुई है कि उसके खून में शराब मौजूद थी. दुर्घटना के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए 14 छात्रों को छुट्टी दे दी गई है.

ईद के दिन क्यों खुला था स्कूल?

जी.एल. पब्लिक स्कूल के कक्षा 4 से 10 तक के छात्र गुरुवार को स्कूल जा रहे थे, तभी उन्हें लेकर जा रही बस एक पेड़ से टकराकर पलट गई. दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट छह साल पहले यानी कि 2018 में ही समाप्त हो गया था. इस मामले में राज्य सड़क परिवहन के एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. वहीं ईद की छुट्टी के दिन स्कूल क्यों चल रहा था, ये भी बड़ा सवाल है. राज्य की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने कहा कि इस मामले की भी जांच की जा रही है कि ईद के दिन स्कूल में कक्षाएं क्यों चल रही थीं. स्कूल को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और इसके अलावा, निजी स्कूलों से स्व-शपथ पत्र लिया है. स्कूलों को एक हलफनामा देना होगा कि उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले परिवहन वाहन परिवहन नियमों का पालन कर रहे हैं.

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