रोहित भट्ट/अल्मोड़ा. अल्मोड़ा के जीआईसी स्कूल का इतिहास काफी शानदार रहा है. इस स्कूल से पढ़ने वाले बच्चे बड़े-बड़े पद तक पहुंचे चुके है.वैसे तो अल्मोड़ा के राजकीय इंटर कॉलेज को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का भी दर्जा मिल चुका है. पर आज इस स्कूल के छात्रावास की स्थिति इतनी खराब है की वह खंडहर का रूप ले रहा है.
एक वक्त ऐसा था की यूपी के बच्चे इस स्कूल में पढ़ने के लिए आते थे और जो पढ़ाई में अव्वल बच्चे होते थे वह इस छात्रावास में रहते थे . एकल छात्रवृत्ति के बच्चे इस छात्रावास में रुकते थे. पर धीरे-धीरे ये छात्रावास गुमनाम होता जा रहा है .पहले ये उन बच्चों को दिया जाता था जो पढ़ाई में अव्वल हुआ करते थे. पर जैसे-जैसे एकल छात्रवृत्ति खत्म हुई वैसे इस स्कूल के छात्रावास को बंद कर दिया गया.जिस कारण से यह छात्रावास अब गुमनाम होता जा रहा है. छात्रावास में 18 कमरे हैं और 15 बाथरूम और टॉयलेट भी बनाए गए हैं. पर इनकी हालत काफी खराब होती जा रही है. टॉयलेट और बाथरूम से बदबू आ रही है. कुछ कमरों में बच्चे रुके तो है पर वह भी इन टॉयलेट और बाथरूम में जाने के लिए मजबूर है.
पैसों के अभाव में लटका जीर्णोद्धार
मुख्य शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट ने बताया जीआईसी स्कूल एक ख्याति प्राप्त स्कूल है. स्कूल का इतिहास अपने आप में काफी बड़ा रहा है. उन्होंने बताया पिछले दिनों ही इस स्कूल के छात्रावास का निरीक्षण किया था. इस स्कूल के छात्रावास का कैंपस काफी बड़ा है. छात्रावास के अनुरक्षण के लिए पैसे कम आते हैं और जितने भी आते हैं उससे इस छात्रावास का मेंटेनेंस किया जाता है .इसमें 18 कमरे और करीब 15 टॉयलेट और बाथरूम है. उन्होंने बताया कुछ शौचालय और बाथरूम की स्थिति ठीक नहीं है. कई जगह में मरम्मत की जरूरत है. अगर कहीं से भी पैसे मिलेंगे तो इसका जल्द ही जीर्णोद्धार किया जाएगा.
छात्रावास हुआ बदहाल
नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया इस स्कूल में काफी नामचीन बच्चों ने यहां से पढ़ाई की है . उन्होंने बताया कि जब ये छात्रावास बना था तो यहां पर काफी संख्या में बच्चे रहते थे पर धीरे-धीरे ये छात्रावास बदहाल रूप लेता जा रहा है. इसके लिए प्रशासन और सरकार को देखने की जरूरत है क्योंकि छात्रवृत्ति मिलने पर छात्र-छात्राओं को यह छात्रावास दिया जाता था .पर अब यह छात्रावास अपनी बदहाल स्थिति में है
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FIRST PUBLISHED : May 30, 2023, 19:50 IST