रिपोर्ट – सुष्मिता थापा
बागेश्वर/देहरादून. उत्तराखंड सरकार का शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग सरकारी स्कूली बच्चों की काउंसिलिंग करने के लिए प्लानिंग कर रहा है. यह अचानक हो रहा है क्योंकि पहाड़ के स्कूलों से लगातार हैरान करने वाली खबरें और तस्वीरें आ रही हैं. बागेश्वर ज़िले के एक स्कूल से एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन बच्चियां अचानक चीखने चिल्लाने लगीं और दहाड़ें मारकर कुछ सेकंड रोने के बाद बेहोश हो गईं. न्यूज़18 ने इन तस्वीरों और खबर को प्रमुखता से दिखाया, तो प्रशासन होश में आया और एक दिन बाद स्कूल का जायज़ा लेना पहुंचा. न्यूज़18 संवाददाता ने भी स्कूल का जायज़ा लिया और देखिए किसके हाथ क्या लगा!
बागेश्वर के रैखोली में एक जूनियर हाई स्कूल की कक्षा 8वीं की 5-6 छात्राएं अचानक चिल्ला-चिल्लाकर रोते हुए बेहोश हो गईं थीं. इस मामले की जांच के लिए प्रशासन की टीम गुरुवार को पहुंची. शिक्षकों और अभिभावकों से बातचीत करने के बाद टीम खाली हाथ लौटी. इस पूरे मामले की पड़ताल करने न्यूज़18 टीम भी स्कूल पहुंची, तो वहां बच्चों का लंच टाइम चल रहा था. इस दौरान न्यूज़18 के कैमरे ने स्कूल की हालत का जायज़ा लिया, तो हैरत में डालने वाली और भी तस्वीरें दिखाई दीं.
बागेश्वर के रैखोली के जूनियर स्कूल के कमरों में अंधेरा और अस्त व्यस्तता कैमरे में कैद हुई.
अंधेरे कमरे और माता का प्रकोप!
स्कूल बदहाल दिखा. यहां अधिकतर कक्षाओं में अंधेरा छाया है. बच्चों को पढ़ने में दिक्कत हो रही है.अधिकतर कक्षाओं की छतों से बड़े बड़े छेद झांक रहे हैं. कई ग्रामीणों ने बताया कि अंधेरे कमरों के कारण डर लगने से छात्राएं विचलित होकर बेहोश हो रही हैं. वहीं कई ग्रामीण इसे देवी देवता से जोड़कर भी देख रहे हैं. उनका कहना है कि देवभूमि होने के कारण माता रुष्ट हो गई हैं, जिसका असर बच्चों पर दिख रहा है.
डाॅक्टर ने दी सलाह, अफसरों ने पैसे?
बड़ी खबर यह रही कि प्रशासन की टीम के स्कूल पहुंचने के दौरान भी बच्चों का बेहोश होना जारी रहा.इसके बाद डॉक्टर ने सभी बच्चों की जांच की और कुछ दिन घर में आराम करने की सलाह दी. इस बारे में बात करने से प्रशासनिक अधिकारी मीडिया से बचते नज़र आए. ग्रामीणों से जानकारी मिल रही है कि अधिकारी उन्हें स्कूल में पूजा पाठ कराने के लिए कुछ पैसे देकर गए हैं. वहीं प्रशासन का ये रवैया और मीडिया से कन्नी काटना फिलहाल स्कूल में छात्राओं के बेहोश होने को एक रहस्य बना रहा है.
अब की जाएगी काउंसिलिंग
बोश्वर के स्कूल में लड़कियों के एक-एक कर बेहोश होने जैसे मामलों को मेडिकल टर्म में मास हिस्टीरिया कहा जाता है. यह पहला मामला नहीं है बल्कि चकराता, उत्तरकाशी से लेकर पहाड़ी ज़िलों के स्कूलों में टीचर्स बताते हैं कि ऐसे मामले आम हैं. आएदिन गर्ल्स स्टूडेन्ट्स में इस तरह की एक्टिविटी होना पाया जा चुका है. शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि ये मामले उनके संज्ञान में अलग अलग जगह से आ रहे हैं. अब स्वास्थ्य विभाग से कॉर्डिनेशन बनाकर मनोवैज्ञानिक स्कूलों में भेजे जाएंगे.
मनोवैज्ञानिक डाॅ. जया नवानी के मुताबिक इसके पीछे घरों में पूजादृपाठ के परिवेश के साथ ही एक दूसरे को कॉपी करने और शारीरिक रूप से कमज़ोरी जैसे कारण भी हो सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार लड़कियों में यह प्रवृत्ति ज्यादा होती है.
(भारती सकलानी के इनपुट्स के साथ)
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Tags: Bageshwar News, Uttarakhand Education Department, Viral video news
FIRST PUBLISHED : July 28, 2022, 16:33 IST