जयपुर। ऑल राज. ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आरतिया) ने कहा है कि ग्लोबल वार्मिंग और वर्तमान तीव्र गर्मी के दौर को देखते हुए बीट द हीट कांसैप्ट पर फोकस किए जाने की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि देश में अनेक स्थानों पर गर्मी का पारा 52 डिग्री को टच कर रहा है और सच यह है कि सामान्य जन के लिए इस स्तर की गर्मी सहन करना बहुत मुश्किल है, भुगतने के अलावा और कोई विकल्प फिलहाल नहीं है।
टीम आरतिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स बने, जिसमें राजस्थान सरकार के वन-पर्यावरण, चिकित्सा -स्वास्थ्य, शिक्षा -उच्च शिक्षा, गृह, पंचायती राज, शहरी विकास व स्थानीय निकाय, जल संसाधन, ऊर्जा और कृषि विभाग के मंत्री शामिल हों। इस टास्क फोर्स की हर पखवाड़े में अति आवश्यक बैठक हो।
यह टास्क फोर्स सबसे पहले बीट द हीट कांसैप्ट पर जानकार विशेषज्ञों और आम जनों से सुझाव आमंत्रित करें। इन सुझावों से प्राप्त जानकारी का विश्लेषण कर रोड़ मैप बनाया जाए। उस रोड़ मैप के आधार पर एक्शन प्लान संचालित हो।
आरतिया स्टडी ग्रुप ने सुझाया है कि सबसे पहले वन एवं पर्यावरण विभाग के काम काज की थर्ड पार्टी आडिट की जाये, विशेषकर वृक्षारोपण, एयर एक्ट एवं वाटर एक्ट की पालना के क्रम में। जहां जहां वृक्षारोपण किया गया है, उस भूमि -परिसर की जानकारी सार्वजनिक हो और जो पौधारोपण या वृक्षारोपण हुआ है उसके लिए विभागीय जवाबदेही सुनिश्चित की जाये।
चूंकि इस बार मानसून अच्छा आ रहा है इसलिए वर्षाजल के संपूर्ण संचयन व संग्रहण के लिए लापोड़िया माडल काम में लिया जाये। इसके साथ चिकित्सा -स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा -उच्च शिक्षा विभाग, स्थानीय निकाय और पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए जायें कि वे वृक्षारोपण और जल संचयन -संरक्षण के क्षेत्र में काम करें। इस काम की प्रगति रिपोर्ट हर पखवाड़े राज्य स्तरीय टास्क फोर्स को प्रेषित करते रहें।
इसके अलावा जिलों के प्रभारी प्रमुख शासन सचिवों, मंत्रियों आदि को भी वृक्षारोपण व जल संचयन अभियान की रियल फील्ड आडिट के लिए भेजा जाये।