देहरादून : देहरादून जिले के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चे अब ज़मीन पर बैठकर पढ़ाई करते नहीं दिखाई देंगे. डीएम सविन बंसल ने स्कूलों की तस्वीरों को बदलने की नई पहल शुरु की है. जिसके तहत स्कूलों में बच्चों को दिल्ली-मुंबई जैसी सुविधाएं मिलेंगी. क्लास में ब्लैकबोर्ड के जगह अब डिजिटल स्क्रीन भी नज़र आएगी. इसके अलावा क्लास1 से 5 तक के बच्चों के लिए स्कूल में ही झूले लगाए जाएंगे और स्कूल की दीवारों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. गौरतलब है कि डीएम सविन बंसल अपने तेज-तर्रार कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं. लोकल18 ने देहरादून के डीएम सविन बंसल से इस मुद्दे पर खुलकर बातचीत की.
सरकारी स्कूल के बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर डीएम सविन बंसल बेहद गंभीर दिखाए दे रहे हैं. डीएम सविन बंसल ने कहा कि शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का एक मौलिक अधिकार है. यह हमारी जिम्मेदारी है कि कोई भी बच्चा ज़रूरी सुविधाओं से वंचित न हो. सर्वांगीण विकास के लिए बच्चे के स्कूल का समय प्रोडक्टिव होना चाहिए. जिले के कई प्राइवेट स्कूलों में कई तकनीक के साथ बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. जिससे बच्चों में कॉन्फिडेंस के साथ-साथ ज्ञान बढ़ता है. डीएम सविन बंसल ने कहा कि इसको ध्यान में रहते हुए हमने सरकारी स्कूलों में डिजिटल बोर्ड लगाने का निर्णय लिया है.
इन सुविधाओं का होगा विकास
डीएम सविन बंसल ने लोकल 18 को बताया कि इसके अलावा, बैठने के लिए फर्नीचर की व्यवस्था पर भी ज़ोर दिया गया है. विशेष रुप से एक आउटडोर स्पोर्ट्स एक्टिविटी छोटे बच्चों के लिए स्कूलों में होने चाहिए. जिससे उनका मानसिक और शारीरिक दोनों का एक साथ विकास हो सके. प्रत्येक स्कूलों में पुस्तकालय बनाने पर भी हमारा ध्यान है.
नहीं होगी फंड की कमी
लोकल18 से बातचीत के दौरान डीएम सविन बंसल ने कहा कि हमने सभी खंड अधिकारी और संबंधित अधिकारियों से चर्चा करने के बाद इसके लिए दो महीनें का समय निर्धारित किया है. जिसकी मॉनिटरिंग एसडीएम, शिक्षा अधिकारियों द्वारा की जाएगी. जिला खनिज न्यास निधि से हमने इसके लिए 3 करोड़ रु. रिजर्व कर दिए हैं. जैसे-जैसे चीफ एजुकेशन ऑफिसर मांग करेंगे वैसे-वैसे यह इंस्टॉलमेंट में रिलीज़ होता जाएगा. कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के ज़रिए भी हम फाइनेंसियल गैप को भरेंगे.
FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 13:53 IST