Ghaziabad News: जज की कुर्सी नहीं मिली, तो बना लिया मोमोज का तख्त, ‘LLB मोमोज’

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एलएलबी ग्रेजुएट ऐश्वर्या ने वकालत छोड़ गाजियाबाद में ‘LLB मोमोज’ स्टॉल शुरू किया. सफाई, स्वाद और जुनून के दम पर उनका स्टॉल चर्चित हुआ. अब वह इसे ब्रांड बनाकर युवाओं को रोजगार देने का सपना देख रही हैं.

हाइलाइट्स

  • ऐश्वर्या ने वकालत छोड़ शुरू किया ‘LLB मोमोज’ स्टॉल.
  • सफाई, स्वाद और जुनून से चर्चित हुआ ऐश्वर्या का स्टॉल.
  • ऐश्वर्या का सपना ‘LLB मोमोज’ को ब्रांड बनाना है.

गाजियाबाद- कभी कोर्टरूम में वकालत करती दिखने वाली गाजियाबाद की ऐश्वर्या आज स्ट्रीट फूड के दीवानों के दिलों पर राज कर रही हैं. उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई पूरी की, लेकिन अपना करियर एक मोमोज स्टॉल चलाकर शुरू किया. यह फैसला न सिर्फ उनके परिवार के लिए चौंकाने वाला था, बल्कि समाज की पारंपरिक सोच के लिए भी एक करारा जवाब था.

नाम जितना अनोखा, स्वाद उतना ही खास

गाजियाबाद की गलियों में हर शाम एक स्टॉल पर लंबी कतारें देखी जा सकती हैं, जहां बोर्ड पर लिखा है’LLB मोमोज’. इसका मतलब है ‘Love for Life Boiled Momos’. हालांकि कई लोग इसे ‘लॉ लॉयर बॉक्स’ या ‘लॉ लेडीज़ बिज़नेस’ भी कहते हैं, लेकिन ऐश्वर्या के लिए यह नाम उनके साहसिक निर्णय और संघर्ष का प्रतीक है.

करियर से हटकर जुनून की राह पर चलीं ऐश्वर्या
पढ़ाई में होनहार रही ऐश्वर्या के पास एलएलबी की डिग्री थी और एक सुरक्षित नौकरी की राह भी खुली थी. लेकिन उनके भीतर का फूडी दिल कुछ और चाहता था. खाने-पीने की शौकीन ऐश्वर्या को मोमोज से खास लगाव था. उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर ‘LLB मोमोज’ स्टॉल शुरू करने का साहसिक कदम उठाया. शुरू में लोगों ने मजाक उड़ाया, रिश्तेदारों ने ताने मारे लेकिन ऐश्वर्या डटी रहीं.

स्वाद, सफाई और समर्पण ने बनाया भरोसे का ब्रांड

शुरुआत में स्टॉल पर सिर्फ चार वेरायटी मिलती थी स्टीम, फ्राइड, तंदूरी और चीजी मोमोज. लेकिन आज वहां 22 से ज्यादा वेरायटी मिलती हैं. ऐश्वर्या सफाई और गुणवत्ता से कभी समझौता नहीं करतीं. स्टॉल पर ग्लव्स, हेयरनेट और सैनिटाइज़र अनिवार्य हैं. इसी कारण उनके स्टॉल को सोशल मीडिया पर भी लोकप्रियता मिली है. यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उनके स्टॉल के वीडियो लाखों बार देखे जा चुके हैं.

अब सपना है अपना ब्रांड बनाने का
अब ऐश्वर्या सिर्फ एक स्टॉल तक सीमित नहीं रहना चाहती. उनका सपना है कि ‘LLB मोमोज’ एक ब्रांड बने और इसकी एक छोटी सी चेन पूरे शहर में खुले. इसके लिए वह फूड बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स भी कर रही हैं. उनकी सोच है कि इससे न सिर्फ उनका बिजनेस बढ़ेगा, बल्कि दूसरे युवाओं को भी रोजगार मिलेगा.

ऐश्वर्या की कहानी युवाओं के लिए प्रेरणा
ऐश्वर्या का सफर यह साबित करता है कि अगर जुनून सच्चा हो और इरादे मजबूत हों, तो रास्ते खुद बन जाते हैं. आज गाजियाबाद की सड़कों पर सिर्फ मोमोज की खुशबू नहीं, बल्कि एक युवा लड़की के सपनों की महक भी तैर रही है.

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