कोटा। शहर में बरसात के सीजन में पानी से घिरने वाले क्षेत्रों का गुरुवार को एडीएम सिटी कृष्णा शुक्ला ने नगर निगम टीम के अधिकारियों के साथ दौरा किया। वहां जल भराव की स्थिति का जायजा लेकर पानी को बस्तियों में भरने से रोकने व नालों पर बने अवरोधों को हटाने के निर्देश दिए। एडीएम सिटी कृष्णा शुक्ला दिन में नगर निगम कोटा दक्षिण के सीएफओ राकेश व्यास, कोटा उत्तर के अग्निशमन अधिकारी अमजद खान व अजहर खान और गोताखोर विष्णु श्रृंगी के साथ देवली अरब रोड स्थित कौटिल्य नगर पहुंची। यहां जरा सी बरसात में ही बस्ती में पानी भरने के कारणों को जाना और बरसात में बाढ़ के हालात बनने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था के निर्देश दिए। इसके बाद वे प्रेम नगर व कंसुआ गई। यहां उन्होंने नाले पर हो रहे अतिक्रमण को देखा। जिसके कारण बस्ती में पानी भरने की समस्या रहती है। उन्होंने निगम टीम को निर्देश दिए कि नाले में अवरोधक अतिक्रमणों को हटाया जाए।
बहाव क्षेत्र में होने से भरता है पानी
एडीएम सिटी शुक्ला ने बताया कि कौटिल्य नगर कृषि भूमि पर बसी कॉलीनी है। पहले जहां से पानी आसानी से निकल जाता था लेकिन अब मकान बनने से पानी निकासी बंद हो गई है। साथ ही यह गोविंद नगर नाले के बहाव क्षेत्र में होने से यहां पानी भरता है। प्रेम नगर में नाले पर अतिक्रमण से पानी भरता है। उन्होंने बताया कि गत दिनों उन्होंने अनंतपुरा तलाव बस्ती का भी दौरा किया था। यहां अधिकतर मकान वन विभाग की जमीन पर हैं और कर्णेश्वर नाले के बहाव क्षेत्र में होने से यहां पानी भरता है। गौरतलब है कि शहर में करीब आधा से एक दर्जन कॉलोनियां ऐसी हैं जहां हर साल बरसात में पानी भरने से वहां बाढ़ के हालात बन जाते हैं। जिससे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन व निगम को नाव चलानी पड़ती हैं।
सरकारी स्कूल व सामुदायिक भवन चिन्हित
एडीएम सिटी ने बताया कि जहां से अतिक्रमण हट सकता है वहां अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जहां मकान अधिक बन गए हैं। वहां बाढ़ के हालात बनने पर लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा गया है। प्रशासन का मकसद बाढ़ से लोगों को बचाना है। इसके लिए आस-पास के क्षेत्र में सरकारी स्कूल और सामुदायिक भवनों को चिन्हित किया गया है।
नवज्योति ने उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि जरा सी बरसात में उन्हीं पुरानी जगहों पर पानी भरने का मुद्दा दैनिक नवज्योति ने प्रमुखता से उठाया था। ‘30 जुलाई को पेज 6 पर’ शहर में नहीं सुधरे हालात, बरसात में चलानी पड़ी नाव, अभी भी पुरानी जगह पर भर रहा है बरसाती पानी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसमें बताया गया था कि पिछले कई सालों से कौटिल्य नगर, अनंतपुरा, प्रेम नगर समेत कई इलाकों में बरसात के समय में पानी भर रहा है। लेकिन प्रशासन वहां अभी तक कोई व्यवस्था नहीं कर सका है। समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। एडीएम सिटी ने गुरुवार को उन्हीं जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा कर वहां बस्तियों में पानी भरने से रोकने व स्थिति गम्भीर होने पर लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए।