नई दिल्ली:
‘दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत AI की दुनिया का बड़ा खिलाड़ी होने के गुर सीख रहा है. देश के इंफर्मेंशन टेक्नॉलजी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव भारत के इस मिशन को मुमकिन बनाने के मिशन को लीड कर रहे हैं. पिछले साल भारत ने सरकारों को AI सक्षम बनाने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर ग्लोबल पार्टनरशिप की अध्यक्षता की. भारत की अध्यक्षता में जुलाई मे ग्लोबाल इंडिया AI सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें 2 हजार से ज्यादा AI एक्सपर्ट ने शिरकत की. इसमें ओपन AI और माक्रोसॉफ्ट समेत 20 देशों के सीनियर प्रतिनिधि भी थे.भारत सरकार ने अभरते AI सेक्टर के लिए 1.2 बिलियन डॉलर आवंटित किए हैं. ‘IndiaAI’ मुहिम के जरिए भारत AI की तरफ कदम बढ़ा रहा है. वैष्णव का मंत्रालय इस मुहिम को लीड कर रहा है… वैष्णव की लीडरशिप में भारत को यकीन है कि वह अगले 5 सालों में सेमीकंडक्टर चिप बनाने वाले टॉप 5 देशों में शुमार हो जाएगा, जो मॉडर्न AI सिस्टम के लिए जरूरी है’
TIME मैगजीन
ये शब्द दुनिया की प्रतिष्ठत टाइम मैगजीन की AI के चैंपियनों की लिस्ट ‘TIME100’ में शुमार केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ में लिखे गए हैं. तारीफ अश्विनी वैष्णव की जरूर है, लेकिन दरअसल यह AI और चिप की संभावनाओं से भरी दुनिया में कदम बढ़ा रहे भारत के विजन पर मुहर है. दुनिया भारत को किस नजर से देखने लगी है, यह उसकी बानगी है.
TIME मैगजीन ने दुनिया में AI फील्ड में 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट 2024 TIME100 AI जारी की है. इस लिस्ट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में प्रभाव डालने वाले बड़े चेहरों को शामिल किया गया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव भी शामिल हैं. 2024 TIME100 AI के कवर पर विश्व के जिन प्रभावशाली लोगों के फोटो हैं, उनमें कई भारतीय नाम भी शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav), इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि और ऐक्टर अनिल कपूर के नाम खासतौर पर ध्यान खींच रहे हैं.
TIME मैगजीन में किन खास लोगों को मिली जगह
टाइम मैगजीन के 100 पॉवरफुल लोगों में अश्वनी वैष्णव, नंदन नीलेकणि के अलावा एक्टर अनिल कपूर, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया की हेड कलिका बाली, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई, OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के अलाना अन्य नाम भी शामिल है.
2024 TIME100 AI लिस्ट | 2024 TIME100 AI लिस्ट | 2024 TIME100 AI लिस्ट |
NVIDIA के जेन्सेन हुआंग | AI के अंबा काक | एक्टर स्कारलेट जोहानसन |
Google CEO सुंदर पिचाई | राइटर रे कुर्ज़वील | UN टेक दूत अमनदीप सिंह गिल |
मेटा के मार्क जुकरबर्ग | माइक्रोसॉफ्ट के सत्या नडेला | इंसिट्रो के डैफने कोल्लर |
ओपनएआई के सैम अल्टमैन | एंथ्रोपिक के क्रिस ओलाह | डारियो अमोदेई |
NVIDIA के जेन्सेन हुआंग | रेडिट के स्टीव हफ़मैन | पर्प्लेक्सिटी के अरविंद श्रीनिवास |
सिंथेसिया के विक्टर रिपरबेली | सॉफ्टबैंक के मासायोशी सन | वर्मिलियो के डैन नीली |
US सेक्रेट्री ऑफ कॉमर्स- जीना रायमोंडो | सारा हुकर | एलिजाबेथ केली |
क्रिस्टन डिसर्बो | सीईओ सारा कार्डेल | ओपन फ़िलैंथ्रोपी की अध्यक्ष कैरी ट्यूना |
एमईटीआर के बेथ बार्न्स | हगिंग फेस क्लाइमेट-साशा लुसिओनी | एनईए के अध्यक्ष बेकी प्रिंगल |
AMD CEO लिसा सू | रेडिट के स्टीव हफमैन | मिस्ट्रल AI के आर्थर मेन्श |
TIME मैगजीन में अश्वणी वैष्णव का डंका
TIME मैगजीन ने भारत की एआई रणनीति में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव की भूमिका पर खास फोकस किया गया है. मैगजीन ने उसकी भमिका को हाईलाइट करते हुए लिखा, “आशा है कि अश्वनी वैष्णव के नेतृत्व में भारत अगले 5 सालों में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग करने वाले टॉप-5 देशों में शामिल होगा. मॉर्डन AI सिस्टम के लिए यह बहुत ही जरूरी है. इसकी शुरुआत कई फैक्ट्रीज में हो भी चुकी है. वैष्णव को इसे साकार करने के लिए कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. भारत एजुकेशन सिस्टम में एआई और सेमीकंडक्टर डेवलपमेंट के लिए स्पेशल वर्कफोर्स तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है.”
TIME मैगजीन ने नंदन नीलेकणि पर क्या कहा?
टाइम मैगजीन में Infosys के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि का नाम भी शामिल है. मैगजीन में कहा गया है कि नंदन ने 15 सालों से भी ज्यादा समय सरकार या सरकार के बाहर रहते विश्व की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देशों में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में लगाया.
2024 TIME100 AI में एक्टर अनिल कपूर
2024 TIME100 AI वाली मैगजीन में एक्टर अनिल कपूर का नाम भी शामिल है. मैगजीन ने उनके बारे में लिखा, अनिल कपूर ने हाई कोर्ट में उनके जैसे दिखने के लिए AI के इस्तेमाल के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में जीत हासिल की थी. उन्होंने कहा था कि एक्टर-एक्ट्रेस को अपनी रक्षा का अधिकार है. दरअसल अनिल कपूर ने पर्सनैलिटी राइट्स को लेकर केस दर्ज किया था. उन्होंने कोर्ट से AI के इस्तेमाल से उनके जैसे चेहरे और उनकी जैसी आवाज के इस्तेमाल के खिलाफ सुरक्षा की मांग की थी. फैसला भी उनके पक्ष में ही आया था कि अब कोई भी AI से उनके चेहरे और उनकी आवाज का इस्तेमाल उनकी बिना मर्जी के नहीं कर सकेगा.