जयपुरा। देश के एनआईटी-ट्रिपलआईटी सहित 98 शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों की जोसा काउंसलिंग के बाद खाली रही सीटों के लिए सीएसएबी द्वारा दो स्पेशल राउण्ड काउंसलिंग की जा रही। इसमें एनआईटी-ट्रिपलआईटी सहित 98 कॉलेजों की कुल 13,466 सीटें खाली है, जिनमें 32 एनआईटी की 5 हजार 118 सीटें हैं, जिनमें जेण्डर न्यूट्रल पूल से 3 हजार 974 एवं फीमेल पूल से 1148 सीटें, 26 ट्रिपलआईटी की 2 हजार 534 सीटे जिनमें जेण्डर न्यूट्रल पूल से 2 हजार 154 एवं फीमेल पूल से 380 सीटें एवं 35 जीएफटीआई में कुल 5 हजार 814 सीट जिनमें जेण्डर न्यूट्रल पूल से 5 हजार 645 एवं फीमेल पूल से 169 सीट शामिल है। इन खाली रही सीटों 13 हजार 466 सीटों में जेण्डर न्यूट्रल पूल से 11 हजार 769 एवं फीमेल पूल से 1 हजार 697 सीटें हैं। जिस पर सीएसएबी काउंसलिंग करवाई जा रही है। इसका मतलब यह है कि जोसा काउंसलिंग में कुल 13 हजार 466 सीटों ऐसी रही जिन पर या तो कोई आवंटन नहीं हुआ या स्टूडेंट्स ने इन सीटों से विदड्राल ले लिया है।
नई सीट ना मिलने पर मिलेगी जोसा सीट
एजुकेशन एक्सपर्ट अमित आहूजा के अनुसार सीएसएबी काउंसलिंग में स्टूडेंट्स स्पेशल राउण्ड च्वॉइस फिलिंग में अपनी रूचि के अनुसार ज्यादा से ज्यादा कॉलेज च्वाइसेज को भरें, क्योंकि वेबसाइट पर जारी सीट मैट्रिक्स अनुमानित है, इससे अधिक सीटों के भी खाली रहती है। साथ ही विद्यार्थी जिन्हें जोसा काउंसलिंग में किसी भी कॉलेज सीट का आवंटन हुआ था, यदि वो स्पेशल राउण्ड काउंसलिंग में भाग ले रहे हैं तो उन्हें अपनी मिली हुई सीट से बेहतर कॉलेज चॉइस ही भरना चाहिए, क्योंकि सीएसएबी काउन्सलिंग में सीट ना मिलने पर उनकी जोसा काउंसलिंग में आवंटित कॉलेज सीट ही पुन: आवंटित कर दी जाएगी।