कोटा। बोरखेड़ा की ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित 6 कॉलोनियों के बाशिंदे इनदिनों अनहोनी की आशंका के साय में जी रहे हैं। स्कूल बसों को घर की दहलीज पर आने से पहले ही रोक दी जाती है और अभिभावक बच्चों को पैदल लेकर लौटते हैं। इसकी वजह कुछ और नहीं बल्कि 20 फीट लंबी पुलिया है, जो 35 साल से भी ज्यादा पुरानी है और जर्जर अवस्था में है। पुलिया एक तरफ से झुक चुकी है और वाहनों के आवागमन के दौरान टूटने का खतरा बना रहता है। जिससे स्थानीय निवासियों को अनहोनी का डर सताता है। दरअसल, ग्रामीण पुलिस लाइन में प्रवेश करने के लिए नाले की पुलिया एकमात्र रास्ता है, जो मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुका है। वहीं, पुलिया नीचे की तरफ से पत्थर के लेंटर के सहारे एक खस्ताहाल पीलर पर टिकी हुई है। वाहनों के आवागमन के दौरान पीलर के पत्थर टूटकर गिर रहे हैं, ऐसे में पीलर के टूटने के साथ पुलिया का आधा हिस्सा ढह जाने का खतरा बना हुआ है।
कभी भी ढह सकती है पुलिया
ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित पुलिया नीचे की ओर नाले में एक पत्थर की एक लंबी पट्टी (लेंटर) के सहारे पीलर पर टिकी है, जो भारी वाहनों के आवागमन के दौरान भार पड़ने के कारण क्षतिग्रस्त होता जा रहा है। वहीं, पुलिया की दीवार भी जगह से जगह से टूट रही है। हालात यह हो गए कि पुलिया एक तरफ से झुक गई है। हालांकि, सड़क को सामने से देखने पर इसका अंदाजा नहीं होता लेकिन नाले की तरफ से देखन पर पुलिया की खस्ता हालत दिखाई देती है।
पुलिया पर बस आने से पहले ही रोकना पड़ता
लंबे समय से पुलिया की मरम्मत नहीं हुई। जबकि, पार्षद सहित यूआईटी के अधिकारियों को भी मामले से अवगत करा चुके हैं। हालात यह हैं, पुलिया जिस लेंटर के सहारे पीलर पर टिकी है उसके भी पत्थर टूटकर गिरने लगे हैं। ऐेसे में हादसे का खतरा बना रहता है। यहां कॉलोनी में स्कूल बसें आती हैं, जिसे पुलिया पर आने से पहले ही रोककर पैदल ही बच्चों को घर लाना पड़ता है। हादसे की आशंका को देखते हुए खतरा मोल नहीं ले सकते।
– राकेश कुमार, सूर्य नगर
सड़क के बीच 2 इंच ऊंचा चैम्बर
लाजपत नगर व आदित्य नगर कॉलोनी के बीचोंबीच सड़क पर 2 इंच ऊंचा सीवरेज चैम्बर बाहर निकला हुआ है। ऐसे में बोरखेड़ा मुख्य मार्ग से कॉलोनी में आने वाले चार पहिया वाहनों के बम्पर टकराकर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। वहीं, आए दिन बाइक सवार अनियंत्रित होकर चोटिल हो रहे हैं। अगस्त 2023 में कॉलोनी की मुख्य सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो सितम्बर तक चला। लेकिन, ठेकेदार ने क्षतिग्रस्त पुलिया निर्माण के लिए चैम्बर से 20 फीट अगे तक का रास्ता अधूरा छोड़ दिया।
– मनोज जैन, आदित्य नगर
भारी वाहनों के गुजरने पर लगता डर
ग्रामीण पुलिस लाइन में क्वाटरें बनी हुई हैं। पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर होने के दौरान ट्रांसपोर्ट वाहन व पुलिस की बसें सहित अन्य वाहनों का आवागमन रहता है। ऐसे में पुलिया के टूटने का डर बना रहता है। विधानसभा चुनाव से पूर्व यूआईटी के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया था। इसके बावजूद पुलिया का निर्माण कार्य नहीं करवाया गया।
– बंटी नागर, सूर्य नगर
हजारों लोगों का रास्ता हो जाएगा बंद
ग्रामीण पुलिस लाइन इलाके में 6 कॉलोनियां बसी है। जिनमें 5 हजार से ज्यादा आबादी है। जबकि, वोटर लिस्ट में 3800 लोगों के नाम हैं। ऐसे में हजारों लोगों का प्रतिदिन इस क्षतिग्रस्त पुलिया से आवागमन रहता है। पुलिस लाइन से होते हुए आगे दरगाह भी है। जहां बड़ी संख्या में अकीदतमंदों का आना-जाना रहता है। पुलिया की हालत खराब है, कभी भी ढह सकती है। ऐसे में फ्रैंड्स कॉलोनी, सूर्य नगर, लाजपत नगर, आदित्य नगर, भारत विहार सहित ग्रामीण पुलिस लाइन के बाशिंदों का आने जाने का रास्ता बंद हो जाएगा।
– भैरुलाल गुर्जर, लाजपत नगर
दो साल से टाला जा रहा निर्माण
यह पुलिया करीब 35 साल से भी ज्यादा पुरानी है, जो जगह-जगह से जर्जर हो चुकी है। एक पत्थर के सहारे ही पुलिया टिकी है। किसी भी वक्त हादसा हो सकता है। क्षेत्रवासी स्कूल बसों को पुलिया पर आने से पहले ही रोक देते हैं। उनमें हादसे का डर रहता है। पिछले दो साल से इस पुलिया का सीसी निर्माण करवाने का प्रयास कर रहे हैं। नगर निगम दक्षिण महापौर से लगातार शिकायत की। यूआईटी एक्सईएन को मौके पर बुलाकर पुलिया का मुआयना भी करवाया था। उस समय उन्होंने टैंडर होने की बात कहते हुए विधानसभा चुनाव से पहले काम करवाने का भरोसा दिलाया था लेकिन लोकसभा चुनाव भी आ गए फिर भी पुलिया का निर्माण कार्य शुरू हुआ
– बबलू कसाना, पार्षद, वार्ड-17 बोरखेड़ा
पुलिया निर्माण के लिए गत वर्ष विधानसभा चुनाव से पहले टैंडर लगाए थे लेकिन आचार संहिता लगने से प्रक्रिया रुक गई। फिर, सरकार बदलने के बाद नए कार्यों पर रोक लग गई। जब सरकार से कार्य करवाए जाने की स्वीकृति मिली तो लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई। अब चुनाव के बाद फिर से टैंडर लगाकर पुलिया का नए सिरे से निर्माण करवाया जाएगा। इसके लिए बजट की सेंशन भी मिल चुकी है।
– सागर मीणा, एक्सईएन यूआईटी
पार्षद के माध्यम से शिकायत प्राप्त हुई थी। पुलिया का निर्माण कार्य यूआईटी द्वारा किया जाना है। इसके लिए संबंधित यूआईटी अधिकारी को पत्र भी लिखे थे। हमारी ओर से पूरी कोशिश की गई। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
– राजीव अग्रवाल, महापौर, नगर निगम कोटा दक्षिण