जयपुर। नियमितिकरण के अभाव में प्रदेश के 12 हजार शिक्षकों को नियमित श्रृंखला का वेतन नहीं मिल रहा है तो पूर्व भर्ती की आन्तरिक जांच पूरी होने के बाद भी शिक्षकों का स्थाईकरण नहीं हो पा रहा है। सरकार की ओर से पिछले 5 वर्ष की हुई भर्तियों की आन्तरिक जांच के लिए सभी विभागों को लिखा गया है की चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज तथा उनकी फोटो एवं हस्ताक्षर आदि का मिलान कर सत्यापन किया जाएगा। वहीं, शिक्षा विभाग में यह कार्य पूर्ण होने पर भी 2022 की भर्ती में लगे 12 हजार शिक्षकों की प्रोबेशन अवधि मई-जून में पूर्ण हो गई है। लेकिन अब तक उनका नियमितीकरण विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उन्हें प्रोबेशन का ही वेतन मिल रहा है तथा सरकार के आदेश का हवाला देकर अधिकारियों ने नियमितिकरण पर अघोषित रोक लगा रखी है।
नियमित वेतन मान मिल सके: राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने मांग की सरकार को इस और ध्यान देना चाहिए और 12 हजार से अधिक शिक्षक जिनका नियमितिकरण अटका हुआ है, उनका नियतिककरण शीघ्र करें ताकि उन्हें नियमित वेतन मान मिल सके।