नैनीताल – उत्तराखंड में बालिकाओं को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए नैनीताल बैंक सामने आया है. और बैंक द्वारा चेली भुली योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत नैनीताल बैंक के सामाजिक दायित्व मद से हर साल लगभग 18 लाख की धनराशि उत्तराखंड के विभिन्न सरकारी स्कूल की मेधावी छात्राओं को आवंटित की जाएगी. इस योजना के लिए कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ दस स्कूलों को चयनित किया गया है. जहां प्रत्येक स्कूल से 3 दसवीं की छात्राओं का और 3 बारहवीं की छात्राओं का उनके प्राप्तांको के आधार पर चयन किया जाएगा और 10वीं की छात्राओं को 10 हजार रुपए साल की छात्रवृत्ति दो सालों तक दी जाएगी. वहीं 12वीं की छात्राओं को 13 हजार रुपए की छात्रवृत्ति तीन सालों तक देने की योजना है.
नैनीताल बैंक के मुख्य परिचालन अधिकारी डॉ. दीपक पंत ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि नैनीताल बैंक उत्तराखंड के जनमानस का बैंक है. जिस प्रकार केंद्र सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया गया है. ठीक उसी प्रकार नैनीताल बैंक ने भी ठाना है कि प्रदेश के दूर दराज के गांवों की ऐसी छात्राएं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं उनकी पढ़ाई के लिए चेली भुली योजना की शुरुआत की है. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस योजना का अनावरण कर चुके हैं.
दीपक पंत बताते हैं कि चेली भुली योजना के अंतर्गत छात्राओं को बैंक द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान करने की योजना है. उन्होंने बताया कि ये योजना दो वर्गों में विभाजित है. जिसके तहत प्रत्येक स्कूल से 10वीं और 12वीं में पढ़ रहीं ऐसी तीन छात्राएं जिनकी पारिवारिक सालाना आय 8 लाख से कम हो, और दसवीं और बारहवीं में 60 % अंक प्राप्त कर चुकी हों, इस योजना का लाभ ले सकेंगी. वहीं यदि कोई छात्रा किसी अन्य माध्यम से छात्रवृत्ति ले रही है तो उन्हें ये छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी.
FIRST PUBLISHED : November 11, 2024, 13:38 IST