मल्टीपरपज स्कूल में पांच गुना ज्यादा आए आवेदन

कोटा। कोटा जिले में 52 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं। लेकिन, अभिभावकों व विद्यार्थियों का रुझान केवल चुनिंदा ही स्कूलों में ही नजर आया। दाखिले की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है। जिले में सर्वाधिक 1900 आवेदन मल्टीपरपज स्कूल में आए हैं। यहां सीटों के मुकाबले 4 से 5 गुना आवेदन आए हैं। वहीं, दूसरे नम्बर पर वोकेशनल स्कूल रहा। यहां भी सीटों से तीन गुना आवेदन हुए हैं। जबकि, जिले के अन्य स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन की संख्या कम है। अब निदेशालय से लॉटरी निकाल सभी सीटों पर दाखिले दिए जाएंगे।  शिक्षाविदें का तर्क है, शहर के कुछ ही स्कूल हैं, जो साधन-संसाधन व शिक्षकों की उपलब्धता से परिपूर्ण हैं। लेकिन, इन संस्था प्रधानों की दृढ़ इच्छा शक्ति का ही परिणाम है कि यह स्कूल लोगों की पहली पसंद बने हैं।  वहीं, अधिकतर स्कूल भवन, शिक्षक व अन्य संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं। 

सीट 25 आवेदन 145
महात्मा गांधी राजकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल मल्टीपरपज के प्राचार्य राहुल शर्मा ने बताया कि कक्षा नर्सरी, पहली, नौवीं तथा ग्यारहवी कक्षा में प्रवेश दिए जाएंगे। नर्सरी में सीट 25 है, जिसके मुकाबले 145 आवेदन आए हैं। ऐसे में निदेशालय द्वारा लॉटरी निकाल एडमिशन  दिए जाएंगे। 

लॉटरी से होगा एडमिशन
प्रिंसिपल शर्मा ने बताया कि कक्षा पहली में 35 सीटें हैं, जिसके लिए 133 आवेदन आए हैं। वहीं, कक्षा 9 में 60 सीटों पर 168 तथा 11वीं कक्षा में 60 सीटों पर दाखिले के लिए 170 आवेदन आए हैं। ऐसे में लॉटरी द्वारा एडमिशन दिए जाएंगे। 

20 से ज्यादा स्कूलों में चल रही बाल वाटिकाएं
महात्मा गांधी स्कूलों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए सरकार ने निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में भी प्री प्राइमरी कक्षाएं संचालित कर दी। जिसे बाल वाटिका का नाम दिया गया। यहां तीन वर्ष की उम्र से बच्चों को नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी में एडमिशन दिया जा रहा है। जिले में 20 से ज्यादा सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं चल रही हैं। तीनों कक्षाओं में 75-75 सीटें हैं।  

30 से ज्यादा स्कूल ग्रामीण अंचल में
शिक्षा विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, जिले के ग्रामीण इलाकों में 30 से ज्यादा महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं। जहां लेवल-1 व लेवल-2 के शिक्षक भी लगे हैं। हालांकि, इनमें कई स्कूल ऐसे भी हैं, जो साधन-संसाधन व शिक्षकों की उपलब्धता की कमी से जूझ रहे हैं। जिसकी वजह से लोग इनमें बच्चों का एडमिशन के लिए आवेदन तक नहीं करते।  

अभिभावकों की पहली पसंद मल्टीपरपज
गुमानपुरा स्थित मल्टीपरपज स्कूल का कैम्पस काफी बड़ा है। आधुनिक सुविधाओं से लैस है। स्पोर्ट्स के लिए सिंथेटिक ग्राउंड व खेल मैदान हैं। इसके अलावा वेल क्वालिफाइड शिक्षकों की उपलब्धता व अनुशासन  की वजह से मल्टीपरपज स्कूल अभिभावकों की पहली पसंद बना हुआ है। आवेदन के दौरान 1900 विद्यार्थियों ने नर्सरी, पहली, नौंवी व ग्यारहवी कक्षा में एडमिशन के लिए आवेदन किए हैं। हालांकि, इनके अलावा अन्य कक्षाओं में प्रमोट होकर आने वाले विद्यार्थियों को दाखिला देने के बाद कुछ सीटें शेष रही हैं, जिन पर भी एडमिशन दिए जाएंगे। 

इनका कहना है
मल्टीपरपज स्कूल में कुल सीटों के मुकाबले चार से पांच गुना आवेदन आए हैं। विद्यालय में शिक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता के साथ आधुनिक सुविधाएं विकसित की गई हैं। वहीं, क्वालिटी एजुकेशन पर विशेष फोकस किया जा रहा है। परीक्षा परिणाम भी शत-प्रतिशत रहता है। इसलिए, अभिभावकों का रुझान ज्यादा देखने को मिल रहा है। आगे भी शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने का निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। 
राहुल शर्मा, प्राचार्य, महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल मल्टीपरपज

 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है। जिले के 52 स्कूलों में कुल  8 हजार से अधिक आवेदन आ चुके हैं। इनमें सर्वाधिक मल्टीपरपज में आए हैं। इसके बाद वॉकेशनल, महावीर नगर व श्रीनाथपुरम स्कूलों में भी अच्छी स्थिति में आवेदन प्राप्त हुए हैं। निदेशालय बीकानेर से लॉटरी का शेड्यूल जल्द ही जारी होगा। 
शशि मीणा, उप निदेशक, महात्मा गांधी प्रकोष्ठ कोटा संभाग 

By admin