नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक-एक बच्चे को शिक्षा देनी होगी।
सिसोदिया ने आज यहाँ पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना है तो देश के एक-एक बच्चे को शिक्षा देनी होगी।उन्होंने कहा कि अगर कोई कहता है कि वह बिना स्कूल बनाये, बिना बच्चों को अच्छी शिक्षा दिये, बिना अस्पताल बनाए और बिना अच्छा इलाज दिये देश को विकसित राष्ट्र बना लेगा तो वह जुमलेबाज ही हो सकता है, दूरदर्शी नहीं हो सकता है।
सिसोदिया ने तानाशाही के खिलाफ़ लडऩे के लिए सभी को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा जो एनडीए में नये-नये गये हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूँ, ये मत सोचना कि सिर्फ आम आदमी पार्टी के नेता ही जेल जाएँगे, नंबर उनका भी आएगा। अगर विपक्ष एकजुट होकर हुंकार भर देगा तो 24 घंटे के अंदर अरङ्क्षवद केजरीवाल भी बाहर आ जाएँगे। तानाशाही भारत छोड़ो के लिए हम सबको लडऩा होगा।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हम भगत सिंह के चेले हैं, डरने वाले नहीं हैं। भाजपा वालों के तोता-मैना कितने भी ताकतवर हों लेकिन बाबा साहेब के संविधान से ज्यादा ताकतवर नहीं हैं। हम इनकी तानाशाही, जेल और तोता-मैना से डरने वाले नहीं हैं। आप नेता ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि सात-आठ महीने में न्याय मिल जाएगा लेकिन इसमें 17 महीने लग गए, अंतत: सत्य की जीत हुई।
इससे पहले सिसोदिया परिवार के सदस्यों व पार्टी नेताओं के साथ कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने बजरंग बली के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने बजरंग बली की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। यहां उनके साथ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सासंद संजय सिंह, मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी समेत अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। उसके बाद सिसोदिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने हाथ जोड़कर महात्मा गांधी को नमन किया और उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किया।