अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की साई मंदिर से लेकर धार की तूनी सड़क की स्थिति काफी खराब हो चुकी है. इस 1.7 किलोमीटर लंबे मार्ग पर डामरीकरण का काम वर्षों से लंबित है, जिससे गड्ढों और धूल-मिट्टी से भरी इस सड़क पर लोग असुविधा का सामना कर रहे हैं. स्थानीय निवासियों के अनुसार, पिछले 10 सालों से इस सड़क पर कोई सुधार कार्य नहीं हुआ है, जिसके चलते आवाजाही में दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं, यहां तक कि कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं.
स्थानीय लोगों की नाराज़गी
स्थानीय निवासी शंभू बिष्ट का कहना है कि कई बार इस सड़क के निर्माण के लिए स्थानीय लोग धरने पर भी बैठे, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. विधानसभा चुनावों के दौरान नेताओं द्वारा भूमि पूजन और शिलान्यास जरूर किया गया, परंतु चुनाव खत्म होते ही इस सड़क की सुध लेने वाला कोई नहीं. बड़े वाहन इस सड़क पर बहुत मुश्किल से गुजर पाते हैं, जबकि छोटे वाहनों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
20 वर्षों से सड़क की स्थिति ज्यों की त्यों
नंदन सिंह बिष्ट, जो इस सड़क पर 20 साल से गाड़ी चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि वर्षों से सड़क की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है, बल्कि समय के साथ स्थिति और भी बदतर हो गई है. इस सड़क पर अतिक्रमण भी बढ़ता जा रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही. यदि समय पर मरम्मत कार्य हो गया होता, तो आम जनता को ये कठिनाइयां नहीं झेलनी पड़तीं.
धूल-मिट्टी से दुकानदार परेशान
स्थानीय दुकानदार देवेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क निर्माण में देरी के कारण उनकी दुकान में धूल जमा हो रही है, जिससे उनका कारोबार प्रभावित हो रहा है. कुछ दिन पहले सड़क निर्माण कार्य उनकी दुकान के पास शुरू हुआ था, लेकिन अचानक उसे रोक दिया गया और दूसरी जगह से काम शुरू कर दिया गया. इस वजह से उनकी दुकान में लगातार धूल उड़ रही है, जिससे सामान लाना और सजाना मुश्किल हो गया है.
पैदल चलने वालों को हो रही परेशानी
एक अन्य स्थानीय निवासी अभिनव मेहरा ने बताया कि इस सड़क से दो बड़े स्कूल भी जुड़े हुए हैं और बच्चों को यहां से गुजरने में काफी कठिनाई होती है. पैदल चलने वालों और वाहन चालकों के लिए यह सड़क असुरक्षित बन गई है. बरसात के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जिससे लोग इस मार्ग से यात्रा करने से कतराते हैं.
प्रशासन की अनदेखी
स्थानीय निवासियों का मानना है कि यदि प्रशासन इस सड़क की मरम्मत पर ध्यान दे तो क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी. अल्मोड़ा जैसे पर्यटन स्थल में इस प्रकार की सड़कों का खस्ता हाल पर्यटकों पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है. अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर कब ध्यान देता है और लोगों को कब राहत मिलती है.
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FIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 13:10 IST