अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक ऐसा स्कूल भी है, जहां पर बच्चों को हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ अब जर्मन लैंग्वेज (जर्मन: Deutsch, दॉइच) भी सिखाई जा रही है. इस स्कूल का नाम है शारदा पब्लिक स्कूल. यहां पर बच्चों को जर्मनी से आईं कारमेन जर्मन लैंग्वेज सिखा रही हैं. स्कूल के बच्चे अब धीरे-धीरे जर्मन लैंग्वेज बोलने के साथ इसे लिख भी रहे हैं. स्कूल का उद्देश्य है कि बच्चे आगे जाकर विभिन्न भाषाओं में परफेक्ट बन सकें और जो बच्चे जर्मनी या फिर अन्य देशों में पढ़ाई या फिर नौकरी के लिए जाना चाहते हैं. वह अभी से उन देशों की भाषाओं को सीख सकें.
जर्मनी की रहने वालीं कारमेन ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि वह भारत के एक स्कूल में आकर बच्चों को जर्मन लैंग्वेज सिखा रही हैं. बच्चों को जर्मन लैंग्वेज सिखाने के साथ-साथ बच्चे भी उन्हें बहुत कुछ नया सिखा रहे हैं. अगर बच्चे जर्मन लैंग्वेज सीखने हैं, तो आगे जाकर उनके लिए काफी अच्छा स्कोप है. जर्मन लैंग्वेज सीखने के लिए लोग ऑनलाइन भी पढ़ाई करते हैं. उन्होंने कहा कि यह यूरोप में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है. दुनियाभर में करीब 15.5 मिलियन लोग विदेशी भाषा के रूप में जर्मन सीख रहे हैं.
जर्मन सीखने पर क्या बोले छात्र?
छात्रा जैशनवी ने लोकल 18 से कहा कि जर्मनी से आईं मैम ने पहले दिन सभी बच्चों से मुलाकात की थी और उन्होंने जर्मन भाषा के कुछ शब्द बताए थे, जिसे उन्होंने याद किया. इन दो महीनों में उन्होंने जर्मन लैंग्वेज के बारे में बहुत कुछ सीखा और जाना है. जैसे इंडिया में हम Hello बोलते हैं, तो जर्मन में Hallo बोलते हैं. जर्मन लैंग्वेज सीखने में उन्हें काफी मजा आ रहा है. इससे आने वाले समय में काफी फायदा होगा. अगर वो जर्मनी या किसी यूरोपीय देश जाते हैं, जहां जर्मन बोली जाती है, तो उन्हें लैंग्वेज के बारे में पता होगा और यह उनकी मदद करेगा. छात्र रेयांश ने कहा कि वह भी जर्मन सीख रहे हैं. एक नई लैंग्वेज सीखना वाकई अच्छा है. जर्मनी से आईं मैम हमें जर्मन भाषा के बारे में काफी कुछ सिखा रही हैं. अगर वह भविष्य में जर्मनी या ऐसे देख जाएंगे, जहां जर्मन बोली जाती है, तो वह वहां के लोगों से आसानी से कम्युनिकेट कर सकते हैं.
तीन महीने में सीख सकते हैं जर्मन लैंग्वेज
बता दें कि दिल्ली में कई इंस्टीट्यूट जर्मन लैंग्वेज सिखाते हैं. लैंग्वेज इंस्टीट्यूट के संचालक लव गर्ग ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि वह इस फील्ड में 10 साल से काम कर रहे हैं. केवल तीन महीने में बेसिक जर्मन लैंग्वेज सीखी जा सकती है. जैसे-जैसे कोर्स बढ़ता है, वैसे-वैसे टाइम ड्यूरेशन बढ़ जाती है. तीन महीने के कोर्स की फीस 13,999 रुपये है. लव गर्ग ने कहा कि जर्मन लैंग्वेज सीखने के बाद ट्रांसलेटर की जॉब और मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब ऑपर्चुनिटी मिल सकती है. इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों में लैंग्वेज क्लासेज के टीचर की जॉब भी मिल सकती है. स्टार्टिंग सैलरी की बात करें, तो यह महीने के 50000 रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक हो सकती है.
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FIRST PUBLISHED : December 3, 2024, 13:11 IST