जयपुर। एसआई पेपर लीक प्रकरण में स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मंगलवार को सगे भाई-बहन को गिरफ्तार किया है। भाई जगदीश सिहाग एसआई और बहन इंदुबाला जालौर में कांस्टेबल है। वर्ष 2014 बैच के एसआई जगदीश ने अपनी बहन की जगह डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा दिलवाने की पूरी सेटिंग की थी। सिहाग के खिलाफ बालोतरा में ड्यूटी के दौरान घूस लेने का मुकदमा भी दर्ज हुआ था। सिहाग वर्तमान में भरतपुर एसपी आफिस में तैनात है। डमी अभ्यर्थी बनने वाली फर्स्ट ग्रेड टीचर वर्षा अभी फरार है। इस मामले में भगवती पूर्व में गिरफ्तार हो चुकी है।
जालौर में तैनात हैं भगवती और इंदूबाला : भगवती व इंदू बाला जालौर में कांस्टेबल है। इन दोनों की जगह परीक्षा देने के लिए वर्षा ने 15-15 लाख रुपए में सौदा किया था। वर्षा ने 25 लाख रुपए ले लिए और अभी पांच लाख बाकी थे, जिसपर विवाद हो गया। भगवती, इन्दुबाला और वर्षा के पिता सगे भाई हैं। 13 सितम्बर को इन्दूबाला का सेंटर सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल खिरणी फाटक झोटवाड़ा और भगवती का 14 सितम्बर 2021 को सेंटर चौधरी पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल रांकड़ी सोडाला में आया। इन दोनों ही जगह वर्षा ने डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी। वहीं 15 सितम्बर 2021 को खुद वर्षा ने टैगोर पब्लिक स्कूल विंग-2 टैगोर नगर अंबाबाड़ी में परीक्षा दी थी।
छह दिन के रिमांड पर फिर पूछताछ शुरू
एसओजी ने पूर्व में गिरफ्तार 14 एसआई को मंगलवार को छह दिन की रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट में पेश किया। जहां से कोर्ट ने इन्हें फिर से छह दिन के रिमांड पर एसओजी को सौंप दिया है। एसओजी पहले महिला एसआई और फिर पुरुष एसआई को लेकर कोर्ट पहुंची थी। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।
ऐसे हुआ खुलासा
एसओजी ने दो मार्च को दर्ज पेपर लीक प्रकरण की जांच शुरू की थी। इसमें एसओजी ने 14 एसआई की गिरफ्तारी की। इस दौरान जिसने एसआई ट्रेनिंग ज्वॉइन नहीं की तो एसओजी ने उनकी भी जांच शुरू की। एसओजी ने एसआई की परीक्षा प्रवेश पत्र पर लगे फोटो का मिलान करने के साथ ही उपस्थिति रजिस्टर की जांच की। जांच में एक ही महिला अभ्यर्थी के द्वारा दो अभ्यर्थियों के स्थान पर भी परीक्षा देना पाया गया। साथ ही खुद ने भी परीक्षा दी थी। वर्षा ने ही भगवती व इंदू बाला के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दी थी। जिसमें इंदू बाला मेरिट में 1139 नंबर, भगवती 248 नंबर और खुद वर्षा 843 वें नंबर पर आई थी।