कोटा। एक तरफ तो शिक्षा नगरी को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहां उम्मीद की जा रही है देशी ही नहीं विदेशी पर्यटक भी यहां आकर विकास को देखे। वहीं दूसरी तरफ सड़कों की हालत इतनी खराब है कि विधानसभा चुनाव से पहले बनी सड़कों का डामर ही उखड़ गया। जिससे हादसों का खतरा बना हुआ है। शहर में पहले जहां सड़कें बनाने का काम सार्वजनिक निर्माण विभाग का था। वह काम अब अधिकतर नगर विकास न्यास के माध्यम से किया जा रहा है। शहर के मुख्य मार्गों की और डिवाइडर साइड की सभी प्रमुख सड़कों को बनाने का काम नगर विकास न्यास ने किया। जबकि शहर के अंदरूनी इलाकों व वार्डों में सड़कें बनाने का काम नगर निगम कर रहा है। दीपावली और विधानसभा चुनाव से पहले न्यास की ओर से शहर में अधिकतर जगहों पर डामर की नई सड़कें बनाई गई थी। लेकिन हालत यह है कि नवम्बर के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश से अधिकतर सड़कों का डामर उखड़ गया है। जिससे सभी जगहों पर सड़कों पर गिट्टी फेल रही है। ऐसे में वहां से गुजरने वाले वाहनों विशेष रूप से दो पहिया वाहन चालकों के फिसलने व दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं हो रही हैं।
प्रवेश चौराहा नयापुरा की हालत खराब
शहर में अधिकतर सड़कों की यही हालत है। शहर के प्रवेश चौराहा नयापुरा स्थित विवेकानंद सर्किल की सड़क की कई बार बनाया जा चुका है। यहां तक कि इस सड़क को खोदकर उस पर कई लेयर की परत चढ़ाकर सड़क बनाई गई है। लेकिन हालत यह है कि चौराहे के आस-पास की अधिकतर सड़क का डामर उखड़ गया। जिससे वहां गिट्टी फेली हुई है। यहां आए दिन हादसे होने के बाद न्यास ने उस पर डामर कर पेचवर्क की लीपापोती की है। जिससे उस नई सड़क की दुर्दशा हो गई है। चौराहा चारों तरफ से तो हैरीटेज लुक में नजर आ रहा है जबकि सड़क की हालत उसकी दुर्दशा बयां कर रही है।
एसपी आॅफिस रोड भी बदहाल
नगर विकास न्यास की ओर से विधानसभा चुनाव से पहले ही एसपी आॅफिस से माला रोड की तरफ डामर की सड़क बनाई थी। लेकिन हालत यह है कि एसपी आॅफिस चौराहे से लेकर एसपी के बंगले तक की सड़क का डामर उखड़ गया है। जिससे वहां से वाहनों के निकलने पर दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। इसी तरह अंटाघर चौराहे पर नयापुरा की तरफ से आने पर निजी स्कूल के सामने की तरफ की सड़क बदहाल हो रही है।
जे.के. लोन मोड पर खोदी सड़क
नयापुरा में मेन रोड की डामर सड़क को कुछ समय पहले ही बनाया गया है। यह सड़क दो से तीन बार मोटी परत वाली बनाई गई थी। लेकिन हालत यह है कि जे.के. लोन अस्पताल मोड के पास नाले व सीवरेज का काम चल रहा है। जिससे सड़क को बीच से ही खोदा हुआ है। नयापुरा थाने से कलक्ट्रेट की तरफ और जे.के. लोन अस्पताल की तरफ जाने वाले रास्ते पर खुदी सड़क की मिट्टी का ढेर लगा हुआ है। जिससे दिनभर ट्रैेफिक जाम के साथ ही वाहन चालकों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना, जनता के धन की बर्बादी: लोगों का कहना है सड़कें बनाने के बाद उन्हें बार-बार खोदकर जनता के धन की बर्बादी की जा रही है। नयापुरा निवासी शालिनी पारीक का कहना है कि विभागों में समंवय नहीं है। यही कारण है कि हर विभाग द्वारा एक ही जगह पर बार-बार काम करने के लिए सड़कों को खोदा जाता है। जिससे जनता के धन की बर्बादी हो रही है। शॉपिंग सेंटर निवासी राहुल जैन ने बताया कि सड़क बनाने वाली एजेंसी को चाहिए कि वह संवेदक द्वारा किए जा रहे काम की समय-समय पर मॉनिटरिंग करे। इंजीनियरों की निगरानी में सड़कें बनाई जाए। जिससे मजबूत काम हो। डामर की सड़क बनाने के बाद कई साल तक वह खराब नहीं होनी चाहिए। जबकि वह महीने-दो महीने या एक जरा सी बरसात में ही खराब हो रहे हैं। स्टेशन निवासी मोहम्मद आरिफ का कहना है कि सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। तभी तो उसमें सही मेटेरियल का उपयोग नहीं होने से ही सड़कें कुछ ही समय में उखड़ रही हैं।
यहां भी यही हालत
शहर के बीच शॉपिंग सेंटर स्थित लाला लाजपतराय सर्किल पर कुछ समय पहले ही डामर की नई सड़क बनाई गई थी। साथ ही उसके आस-पास सीसी रोड बनाई गई थी। लेकिन हालत यह है कि सर्किल के पास की मुख्य सड़क को पाइप लाइन के लिए खोदकर पटक दिया। जिसे दोबारा सही नहीं करने से यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसी तरह से एरोड्राम सर्किल के ऊपर नयापुरा से झालावाड़ और झालावाड़ से नयापुरा की तरफ जाने वाली दोनों सड़कों का डामर उखड़ा हुआ है। जिससे यहां गड्ढ़े हो रहे हैं। ऐसे में यहां से गुजरने वाले अधिकतर वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।
इनका कहना है
शहर में जहां भी सड़कें खराब थी उन्हें सही किया गया था। बरसात के समय हो सकता है कई सड़कों का डामर उखड़ गया हो। उनकी जानकारी कर सही करवा दिया जाएगा। जहां बड़े-बड़े गड्ढ़े हो रहे हैं और हादसों का खतरा है वहां पेंचवर्क किया जा रहा है।
– मानसिंह मीणा, सचिव, नगर विकास न्यस