पौराणिक हस्तशिल्प कला को बचा रहा क्राफ्ट बाजार, अमेरिका-इंग्लैंड तक डिमांड


हल्द्वानी. उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में पौराणिक हस्तकला धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही है. पर्वतीय कारीगरों द्वारा तैयार किए जाने वाले हस्तशिल्प उत्पाद अब बेहद कम देखने को मिलते हैं. ऐसे में लुप्त होती इस परंपरा को बचाने के लिए हल्द्वानी स्थित क्राफ्ट बाजार ने एक कदम उठाया है. नैनीताल रोड स्थित क्राफ्ट बाजार ने पर्वतीय क्षेत्र के लगभग सभी पौराणिक हस्त कला, काष्ठ कला, ताम्र कला सहित अन्य हस्तशिल्पियों को बाजार उपलब्ध कराने का शानदार काम किया है. क्राफ्ट बाजार की खास बात यह है कि पहाड़ के पुश्तैनी कारीगरों को प्रशिक्षण देकर आधुनिक रूप में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं को हस्तकला से नया रूप दिया जा रहा है. क्राफ्ट बाजार के पास देश से नहीं बल्कि विदेशों तक से ऑर्डर आते हैं.

क्राफ्ट बाजार के संचालक हरीश तिवारी ने लोकल 18 को बताया कि उनके यहां तांबे से बने बर्तन और लोहाघाट के लोहे से बने बर्तन और पौराणिक काष्ठ कला यानी लकड़ी पर कारीगरी सहित पर्वतीय क्षेत्रों में बांस से बनने वाले सूपे, डोका, टोकरी, डलिया सहित अन्य उत्पादों पर बाजार के फीडबैक के हिसाब से काम किया और उन्हें नया स्वरूप दिया गया, जिससे कि ये सामान लोगों के घरों में सुंदरता बिखरने के साथ-साथ इस्तेमाल में लाए जा सकें. उनका मुख्य उद्देश्य पहाड़ की हस्तशिल्प कला को बचाना और उन्हें आधुनिक रूप में परिवर्तन कर इनके कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराना है. वह डिमांड पर तांबे के व लोहे के बर्तन तैयार करने का काम भी करते हैं और यह सब पहाड़ों में मौजूद क्लस्टर समूह और पुश्तैनी कारीगरों द्वारा तैयार किया जाता है.

अमेरिका-जर्मनी-इंग्लैंड तक से आती है डिमांड
उन्होंने आगे कहा कि क्राफ्ट बाजार में आपको नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत जिले में बनने वाले हस्तशिल्प कला के नए-नए आधुनिक उत्पाद मिल जाएंगे. इनमें तांबे का कैंडल स्टैंड, मिट्टी के घड़े का लैंप कवर, इसके अलावा काष्ठ कला के शोकेस, लकड़ी के फूलदान, काष्ठ कला से बनी कुर्सियां, आधुनिक डिजाइन में बनी घर के सुंदरता को चार-चांद लगाने वाली वस्तुएं आदि मिल जाएंगी. इसके अलावा तांबे से बने आधुनिक गिलास, बोतल, थर्मस व अन्य उत्पाद भी उपलब्ध हैं. हरीश तिवारी ने कहा कि हल्द्वानी के अलावा उनके पास अन्य जिलों और राज्यों से भी प्रोडक्ट्स की डिमांड आती है. इतना ही नहीं, अमेरिका, जर्मनी, इंग्लैंड समेत अन्य देशों से भी उनके पास ऑर्डर आते हैं. हर प्रोडक्ट का अलग-अलग दाम हैं. आप नैनीताल रोड में सैंट पॉल स्कूल के पास स्थित क्राफ्ट बाजार आकर सामान देख और खरीद सकते हैं.

Tags: Haldwani news, Local18, Uttarakhand news

By