देहरादून. एक लड़की की जिंदगी शादी के बाद बहुत बदल जाती है. उसे बचपन से ही सिखाया जाता है कि किस तरह से ससुराल में तौर तरीके अपनाने हैं और अपनी गृहस्थी को चलना है. लेकिन लड़कों को यह बात हर कोई नहीं सिखाता है. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली अंजली पासवान शादी से पहले ही अपने भावी दूल्हे राजा को लेकर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग पहुंच गई. आइए जानते हैं अंजली ने यह कदम क्यों उठाया.
दरअसल, 15 दिसंबर को अंजलि पासवान और राकेश यादव की शादी होनी है. उससे चंद दिन पहले ही अंजली काउंसलिंग के लिए उत्तराखंड राज्य महिला आयोग पहुंच गई. अंजली पेशे से पत्रकार हैं और राकेश यादव शिक्षक है. अंजलि को पता चला कि शादी से पहले प्री काउंसलिंग की पहल महिला आयोग ने शुरू की है. इसी से प्रेरित होकर उन्होंने आयोग को काउंसलिंग के लिए प्रार्थना पत्र दिया और आयोग ने उनकी इस पहल पर दोनों पक्षों को आयोग में काउंसलिंग के लिए बुलाया.
इन बातों की मिली सीख
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल और आयोग की टीम ने उन दोनों की विवाह से पूर्व काउंसलिंग कराई. अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दोनों के इस कदम की प्रशंसा करते हुए की और कहा कि दोनों के विचार किस तरह से मिले, दोनों को समझाया गया कि गृहस्थी किस प्रकार से चलाना चाहिए. इसके साथ ही कैसे उन्हें क़ई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है औऱ विषम परिस्थितियों से निकलते हुए परिवार को साथ लेकर कैसे चलना हैं, इस विषय पर आयोग ने दोनों पक्षों को समझाया गया.
महिला आयोग की लोगों से अपील
कुसुम कण्डवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो भी जोड़ा शादी करने वाला है उससे पहले महिला आयोग में आकर एक बार विवाह से पूर्व काउंसलिंग जरूर करवाना चाहिए. आज के समय में अच्छे वैवाहिक जीवन के लिए शादी से पहले काउंसलिंग बहुत जरूरी है.
FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 20:16 IST