Public Opinion: नैनीताल का नगरपालिका चुनाव; जनता का 5 साल का रोडमैप



नैनीताल. उत्तराखंड में इन दिनों निकाय चुनावों को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. चुनाव की तिथियों की घोषणा भी हो चुकी है. उत्तराखंड में 23 जनवरी को वोट डाले जाएंगे और 25 जनवरी को मतगणना होगी. नैनीताल नगरपालिका में चेयरमैन के लिए बीते दिनों आरक्षित सीट की घोषणा हुई थी लेकिन बीते सोमवार अंतिम सूची में सीट बदलकर महिला के लिए रिजर्व कर दी गई. जिसके बाद राजनीति के समीकरण पूरी तरीके से बदल गए. इस बदलाव के कारण जहां चेयरमैन की सीट को लेकर पुरुष आरक्षित श्रेणी के प्रत्याशी उम्मीद लगाए बैठे थे, वो अब मायूस हैं लेकिन नगरपालिका चेयरमैन के लिए महिला सीट की घोषणा होने के बाद महिला उम्मीदवारों के चेहरे खिले हुए हैं. कई प्रत्याशी चेयरमैन और सभासद पद के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं. विभिन्न राजनीतिक संगठनों से अलग-अलग उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ रहे हैं, हालांकि पार्टी की ओर से किसी भी नाम पर अभी तक मुहर नहीं लगी है.

नैनीताल नगरपालिका को अगले साल पहली बार महिला चेयरमैन मिलने वाली है. ऐसे में नैनीताल की जनता भी नई नगरपालिका से नैनीताल के विकास की उम्मीद लगाए बैठी है. सरोवर नगरी में पर्यटन, रोजगार, बिजली-पानी, सड़क समेत तमाम मुद्दे हैं, जिनपर नैनीताल की जनता की अलग-अलग राय है.

एक परिपक्व नेता की जरूरत
नैनीताल के स्थानीय निवासी और होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट ने लोकल 18 से कहा कि निकाय चुनाव की तारीख करीब है. नैनीताल नगरपालिका में बीते कुछ समय से चेयरमैन नहीं होने के कारण काफी विकास कार्य ठप पड़े हैं. ऐसे में नैनीताल को एक परिपक्व चेयरमैन की जरूरत है, जो वास्तव में नैनीताल की समस्याओं और नैनीताल के बारे में जानता हो और स्थानीय लोगों के हितों के लिए काम करे. नैनीताल एक मशहूर पर्यटन नगरी है. ऐसे में नैनीताल के विकास में काफी काम होने बेहद जरूरी है. नैनीताल निवासी दिनेश भोटिया ने कहा कि वह ऐसा लीडर चाहते हैं, जो यहां की समस्याओं का समाधान करे और यहां के पर्यटन और ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने का काम करे. वह स्थानीय लोगों के हितों में हमेशा खड़ा रहे.

नगरपालिका नगर की जिम्मेदार संस्था
नैनीताल निवासी और वरिष्ठ पत्रकार रमेश चंद्रा ने कहा कि नगरपालिका नगर की एक जिम्मेदार संस्था है. शहर का सौंदर्यीकरण और सफाई व्यवस्था नगरपालिका के हाथों में रहती है. ऐसे में एक अच्छा लीडर जनता द्वारा चुन कर आए, जो नैनीताल के विकास के लिए काम करे और नैनीताल की व्यवस्था को सुधारने के साथ ही यहां की हेरिटेज बिल्डिंग्स और धरोहरों को संरक्षित करने का भी काम करे. व्यापारी रुचिर साह ने कहा कि नैनीताल में पार्किंग, शौचालय, साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाओं की काफी कमी है. ऐसे में एक साफ छवि वाले चेयरमैन की जरूरत नैनीताल को है, जो लोगों के साथ ही व्यापारियों के हितों के लिए भी काम करे और जो नए-नए टैक्स, लाइसेंस की अत्यधिक फीस जो पालिका द्वारा लगाई जा रही है, उनको नियंत्रित करे ताकि पालिका भी सुचारु रूप से चल सके. उन्होंने कहा कि चुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है लेकिन पहाड़ों में जनवरी में चुनाव करवाना तर्कसंगत नहीं है. सर्दियों में स्कूल-कॉलेज बंद हो जाते हैं, हाईकोर्ट में भी छुट्टियां पड़ जाती हैं. छुट्टियों में ज्यादातर लोग शहर के बाहर होते हैं. ऐसे में 23 जनवरी को पोलिंग कम होने की भी संभावना है.

जनता चाहती है सशक्त चेयरमैन
डीएसबी कॉलेज के प्रोफेसर ललित तिवारी ने कहा कि नैनीताल के चुनाव में निर्वाचित होने वाले चेयरमैन और सभासदों से नैनीताल की जनता को काफी उम्मीद है. यहां की जनता एक सशक्त चेयरमैन चाहती है, जो शहर की व्यवस्था, सड़कों, पानी की व्यवस्था को सुधारने पर काम करे, जो जन आकांक्षाओं पर खरा उतरे. शहर में सड़कों की बदहाल स्थिति को सुधारने की काफी जरूरत है. वीकेंड में जाम से निजात दिलाने के लिए व्यवस्था बनाने की जरूरत है. वहीं शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को और भी ज्यादा सुगठित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नैनीताल की जनता चेयरमैन और उनके वार्ड से वार्ड मेंबर के रूप में एक ऐसा प्रत्याशी चाहती है, जो शहर के हितों के साथ ही लोगों की समस्याओं पर ध्यान दे और पालिका के दायित्वों को बखूबी निभाए.

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