रोहित भट्ट/अल्मोड़ा. उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा को बुद्धिजीवियों का शहर भी माना गया है. यहां के कई लोगों ने अल्मोड़ा का नाम रोशन किया है. चाहे वो, आईआरएस श्रद्धा जोशी हो, आईपीएस तृप्ति भट्ट, चाहे वो आईएएस सौम्या गुरुरानी. कई ऐसी शख्सियत है जिन्होंने अल्मोड़ा का नाम ऊंचा किया है. अब इस सूची में अल्मोड़ा के रहने वाले वैभव कांडपाल का भी नाम जुड़ गया है. उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित अधिशासी अधिकारी के पेपर में वैभव ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है. पहले प्रयास में गौरव ने इस पेपर को निकाला है. गौरव बताते हैं कि वह रोजाना 6 घंटे पढ़ाई किया करते थे.
लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए वैभव कांडपाल ने बताया कि उन्होंने 10वीं और 12वीं विवेकानंद विद्या मंदिर लोहाघाट से की. उसके बाद उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक किया. इसके बाद उन्होंने एक कंपनी में जॉब भी की. वैभव ने बताया कि जो पेपर क्लियर किया है उसके लिए उन्होंने कोई भी कोचिंग नहीं लगाई थी. वह खुद ही सेल्फ स्टडी और यूट्यूब का सहारा लेते हुए पढ़ाई की. वैभव आगे बताते हैं कि यदि व्यक्ति में इच्छा शक्ति हो तो वह किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं. वह अपनी तैयारी के लिए रोजाना 6 घंटे पढ़ाई किया करते थे. वैभव ने आगे बताया कि वह आने वाले समय में सिविल सर्विस की तैयारी करेंगे.
असफलता को कैसे करें पार
सफलता नहीं मिल रही है, तो बच्चों को निराश होने की जरूरत नहीं है. वैभव ने बताया कि आजकल के समय में बच्चे पहला, दूसरा और तीसरा अटेम्प्ट करने के बाद निराश हो जाते हैं. यदि वह असफल हो रहे हैं, तो उन्हें अपनी उन कमियों को ढूंढना चाहिए. जिनमें वह असफल हो रहे हैं. उसके बाद ही वह अपनी तैयारी में जुट जाएं. ताकि वह आने वाले समय में अपने शहर और अपने परिवार का मान बढ़ा सके. वैभव ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी मेहनत और अपने माता-पिता के अलावा परिवार के सभी लोगों के साथ मां याक्षणी देवी और गोल्ज्यू भगवान का भी धन्यवाद किया है.
FIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 14:24 IST