हिना आज़मी/ देहरादून: भारत सिर्फ नदियों के संगम का देश नहीं है बल्कि यहां कई सारी संस्कृतियों के संगम भी देखने के लिए मिलते हैं. हाल ही में उत्तराखंड स्थित विश्व के सबसे ऊंचे शिव मंदिर तुंगनाथ मंदिर में देहरादून की अंतर्राष्ट्रीय भरतनाट्यम नृत्यांगना गुरु श्रद्धा बछेती ने 1 घण्टा 27 मिनट तक डांस कर रिकॉर्ड बनाया है. पहाड़ से ताल्लुक रखने वाली श्रद्धा ने भरतनाट्यम में रिकॉर्ड बनाया है. वह लोगों को दक्षिण भारत के प्राचीन और भारत की सबसे पहली डांस विधा दिखा रहीं हैं. भरतनाट्यम वैदिक काल में मंदिरों में अप्सराओं के समूह के माध्यम से किया जाता था.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली श्रद्धा बछेती ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए कहा कि जब 3 साल की थी तभी से उन्हें डांस करने का काफी ज्यादा शौक था. स्कूल के दौरान कई स्टेज परफॉर्मेंस देती थी. इसके बाद उन्होंने अपनी गुरु सोनल वर्मा से भरतनाट्यम सीखा और उत्तराखंड के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भरतनाट्यम डांस परफॉर्म किया.
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति को लोगों से जोड़ने के लिए हमारे झूमेलो आदि नृत्य हम करते आ रहें हैं. उत्तराखंड में लोक नृत्य के अलावा लोग कत्थक करते थे लेकिन, अब धीरे-धीरे तमिलनाडु की डांस फॉर्म भरतनाट्यम भी यहां लोग करने लगे हैं. उनका कहना है कि हमें अपने परंपरागत लोक नृत्य को तो साथ लेकर चलना ही चाहिए, लेकिन मैं चाहती हूं कि हमारे वैदिक काल के इतिहास को जिंदा रखने के लिए भरतनाट्यम भी जरूरी है.
मंदिरों में देवदासियां करती थी ‘भरतनाट्यम’
श्रद्धा बछेती ने बताया कि ‘भरतनाट्यम’ बहुत पुराने डांस की विधा है जो मंदिरों में देवदासियों के द्वारा की जाती थी. उन्होंने बताया कि हमारे पवित्र तीर्थ स्थानों में लोग रील्स बनाते हुए नजर आते हैं, लेकिन हमने यह कोशिश की कि हम अपने पुराने कल्चर को पुनर्जीवित कर सकें. इसके लिए उन्होंने रुद्रप्रयाग स्थित तुंगनाथ मंदिर में भरतनाट्यम डांस परफॉर्म किया जिसकी लोगों ने बहुत सराहना की है.
FIRST PUBLISHED : May 21, 2024, 11:18 IST