Cannes Film School Competition की दौड़ में भारत की दो लघु फिल्में

कान। भारत युवा फिल्म निर्माताओं के नेतृत्व में बनी दो लघु फिल्में ‘कान फिल्म स्कूल प्रतियोगिता’ की दौड़ में शीर्ष पर हैं। 

‘सनफ्लावर वेयर द फस्र्ट ओन्स टू नो’ बंजारा लोक कथा पर आधारित कन्नड़ लघु फिल्म है। इस फिल्म को चिदानंद एस नाइक के निर्देशन में बनायी गयी है। पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि मानसी माहेश्वरी की ‘बन्नीहुड’ ब्रिटेन में राष्ट्रीय फिल्म एवं टेलीविजन स्कूल (एनएफटीएस) से एक प्रविष्टि है।

माहेश्वरी की ‘बनीहुड’ एनएफटीएस में बनाई गई नौ मिनट की एनिमेशन फिल्म है। 

माहेश्वरी ने कहा कि यह एक सच्ची कहानी पर आधारित है, एक युवावस्था की कहानी है। यह फिल्म मेरे और मेरी मां के बीच के रिश्ते को दर्शाती है।

मैसूर के रहने वाले नाइक पिछले साल एफटीआईआई से पास आउट हैं जबकि मेरठ में जन्मी माहेश्वरी, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (निफ्ट), दिल्ली की पूर्व छात्रा हैं। वह बकिंघमशायर के बीकन्सफील्ड में एनएफटीएस की छात्रा हैं।

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