रिपोर्ट : सतेंद्र बर्त्वाल
देहरादून. उत्तराखंड में वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह के दो आरोपियों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. एसटीएफ को मुखबिर द्वारा एक सूचना मिली थी कि रविवार को होने वाली वन आरक्षी परीक्षा में शामिल होने जा रहे कई अभ्यर्थियों से धनराशि लेकर नकल कराने का प्रयास किया जा रहा है. एसटीएफ को सूचना मिली थी कि एमएस कोचिंग सेन्टर का संचालक मुकेश सैनी है, जो पहले भी नकल कराने के जुर्म में कई बार जेल जा चुका है. वह एक कुख्यात नकल माफिया है. जिसके बाद एसटीएफ ने कोचिंग सेन्टर के संचालक मुकेश सैनी के गुरूकुल नारसन में स्थित कोचिंग सेन्टर पर छापा मारा, जहां पर मुकेश सैनी व उसके साथी रचित पुण्डीर को गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार हुए दोनों नकल माफियाओं से एसटीएफ ने परीक्षा में नकल कराने हेतु प्रयोग की जाने वाली साम्रगी बरामद की. जिसपर एसटीएफ ने हरिद्वार के थाना मंगलौर में आरोपियों के खिलाफ गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.आरोपी मुकेश सैनी पहले भी कई बार परीक्षाओं में नकल कराने के जुर्म में जेल जा चुका है. क्षेत्र में इसको नकल माफिया के नाम से जाना जाता है. नकल करके परीक्षा पास करने के इच्छुक अभ्यर्थी लगातार इसके सम्पर्क में रहते हैं.
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5 से 8 लाख में हुआ था सौदा
फरवरी 2020 में आयोजित वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में इसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर नकल कराई गई थी लेकिन अभ्यर्थियों के साथ बाद में समझौता कर मुकदमे से बरी हो गया था, जिससे इसके इरादे और मजबूत हो गये. इसने पूर्व की भांति इस बार भी वन आरक्षी परीक्षा में अपने साथी रचित पुण्डीर के साथ मिलकर नकल कराने की योजना बनाई. इसके लिये उसने लगभग 15 अभ्यर्थियों से लगभग 5 से 8 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी के हिसाब से तय किया था, जिसमें एडवांस के रूप में पचास हजार से एक लाख रुपये तक लिये गये और कुछ अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल के लिये ब्लूटूथ डिवाइस दे दी गई और उसके प्रयोग का तरीका भी बता दिया गया.
दोनों आरोपी पहले भी जा चुके है जेल
रचित पुण्डीर हरिद्वार के एक कालेज में सहायक प्रोफेसर है. वह पूर्व में भी वन आरक्षी परीक्षा में प्रश्न पत्र मुकेश सैनी को परीक्षा के दौरान भेजने के आरोप में जेल जा चुका है. रचित पुण्डीर ने आगामी वन आरक्षी परीक्षा में परीक्षा केन्द्र पर अपनी कक्ष निरीक्षक के पद पर ड्यूटी लगवाने की तैयारी कर ली थी, जहां से इसकी योजना परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को व्हाट्सअप व अन्य माध्यम से मुकेश सैनी को भेजने की थी. मुकेश सैनी द्वारा इस प्रश्न पत्र को अपने साथियो के साथ मिलकर हल किया जाता एवं छात्रों को दी गई डिवाइस पर कॉल करके उत्तर बताया जाता .
पूछताछ में जुटी एसटीएफ
दोनों आरोपियों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं. वहीं एसटीएफअब सभी अभ्यर्थियों से भी पूछताछ में जुटी है. वहीं मामले में एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल का कहना है कि नकल माफियाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है और पेपर से ही पहले दोनों आरोपियों को अरेस्ट किया गया है. साथ ही पूछताछ की जा रही है और अन्य आरोपियों की तलाश भी जारी है.
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Tags: Crime News, Dehradun news
FIRST PUBLISHED : April 08, 2023, 22:33 IST