बागेश्वर. उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में लोग अब फलों के उत्पादन पर भी ध्यान दे रहे हैं. शहरों में पहाड़ी फलों की अच्छी डिमांड है. बागेश्वर जिले में स्थित कांडा निवासी शिक्षक देवेंद्र कुमार ने कीवी उत्पादन में अपना हाथ आजमाया. उनका यह प्रयास सफल रहा. वर्तमान में उन्होंने 10 नाली भूमि पर कीवी का बगीचा तैयार कर दिया. कुछ ही समय में यह बगीचा कीवी का फल भी देने लग जाएगा.
देवेंद्र कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि वह जवाहर लाल नेहरू इंटर कॉलेज शामा में रसायन विज्ञान के प्रवक्ता हैं. करीब 6 साल पहले उन्होंने कीवी उत्पादन का प्रशिक्षण लिया था. पहले साल उन्होंने पांच कीवी के पौधे शौकिया तौर पर लगाए, लेकिन धीरे-धीरे उनकी कीवी के पौधे लगाने में रुचि बढ़ने लगी और अगले साल उन्होंने 25 कीवी के पौधे लगाए. उनके बगीचे में कीवी के पौधे उगते देख उद्यान विभाग ने उनसे संपर्क किया और बताया कि आपके वहां कीवी के पेड़ अच्छी तरह से बढ़ रहे हैं. आप और अधिक कीवी के पेड़ लगा लीजिए.
उद्यान विभाग ने सब्सिडी पर उपलब्ध कराए पौधे
उन्होंने कहा कि कांडा के प्रभारी उद्यान अधिकारी कुलदीप जोशी ने उन्हें सलाह दी कि आप अधिक मात्रा में कीवी के पौधे लगाओ, विभाग आपको मदद करेगा. उन्होंने मुझे 10 नाली भूमि के हिसाब से 80 फीसदी सब्सिडी पर कीवी के पौधे उपलब्ध कराए. वर्तमान में उन्होंने 10 नाली भूमि में कीवी का सफल बगीचा तैयार कर लिया है. कीवी के बगीचे को उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर बनाया है. बगीचे में कीवी का फल निकल चुका है. जल्द ही यह कीवी का फल खाने के लिए तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि वह अपने नियमित शिक्षण कार्य से समय निकालकर इस बगीचे का प्रबंधन कर रहे हैं. उनका यह कदम स्वरोजगार को बढ़ावा देने और कृषि के क्षेत्र में नए अवसर तलाशने की दिशा में प्रेरणादायक साबित हो रहा है.
FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 12:39 IST